तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद क्राउन प्रिंस अंतर्राष्ट्रीय जगत की आलोचनायें झेल रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रिच्चाप तैय्प्प एर्दोगन ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ को दी गयी ऑडियो रिकॉर्डिंग में पत्रकार के हत्यारों में से एक ने कहा था कि “मुझे मालूम है कि कैसे काटना है।”
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तुर्की के सऊदी अरब पर आरोप
तुर्की के राष्ट्रपति ने द वांशिगटन पोस्ट के पत्रकार की हत्या के बाबत भी सऊदी अरब की आलोचना की थी। जमाल खशोगी सऊदी अरब के दिग्गज क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के मुखर आलोचक थे। जिनकी हत्या इसी वर्ष 2 अक्टूबर को हुई थी। दूतावास में पत्रकार अपनी निकाह से सम्बंधित दस्तावेजों को लेने गए थे।
इस हत्याकांड से सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस की अंतर्राष्ट्रीय जगत में खूब आलोचना हुई थी। अमेरिकी सांसद में गुरूवार को क्राउन प्रिंस और डोनाल्ड ट्रम्प की आलोचना से सम्बंधित प्रस्ताव लाया गया था।
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि हमने इस ऑडियो रिकॉर्डिंग को अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा को सौंपा था, वह सब इस ऑडियो को सुन सकते हैं, इसमें हत्यारे की आवाज़ स्पष्ट सुनाई दे रही है। उन्होंने कहा कि वह हत्यारा एक सैनिक है।
पत्रकार का शव लापता
इस्तांबुल के प्रमुख अभियोक्ता ने कहा कि खशोगी की हत्या से पूर्व उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसके बाद पत्रकार के शव को विखंडित और छुपा दिया गया था। ख़बरों के मुताबिक पत्रकार ने हत्यारों से निरंतर कहा कि वह सांस नहीं ले पा रहे हैं। सऊदी अरब ने कहा था कि पत्रकार की हत्या से सम्बंधित क्राउन प्रिंस को कोई जानकारी नहीं है।
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि सऊदी प्रिंस ने शुरुआत में खुद का बचाव करते हुए था कि पत्रकार दूतावास से चले गए थे, क्या वह एक बच्चे थे ? उन्होंने कहा कि सऊदी अरब को दुनिया बेवकूफ लगती है। उन्होंने कहा कि तुर्की मूर्ख नहीं है और हमें नागरिकों की जिम्मेदारी के बाबत जानकारी है।
इस्तांबुल के प्रमुख अभियोक्ता के दफ्तर ने अहमद अल अस्सिरी और सूद अल कहतानी के गिरफ्तारी वारंट को प्राप्त करने के लिए याचिका दयार की थी, इसके तहत दोनों अधिकारी पत्रकार की हत्या के साजिशकर्ता थे। एक याचिका की सुनवाई करते हुए अदालत ने दोनों अधिकारियों को पत्रकार की बर्बरता पूर्वक हत्या में संलिप्त पाया और गिरफ्तार का आदेश दिया था।
सऊदी को अमेरिका की क्लीनचीट
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में जारी अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी की रिपोर्ट को खारिज किया है। सऊदी अरब के बादशाह और क्राउन प्रिंस के इस हत्या में शामिल होने के आरोपों को नकारते हुए डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि शायद विश्व उन्हें इस क़त्ल का गुनागार मानता हो, क्योंकि यह दुनिया बेहद दोषारोपण करने वाला स्थान है। आलाचकों ने डोनाल्ड ट्रम्प के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वह मानव अधिकार को नज़रंदाज़ कर, सऊदी अरब को आर्थिक कारणों से क्लीन चिट दे रहे हैं। ताकि वह तेल बाज़ार पर अपना प्रभुत्व कायम कर सके।