मनी लांड्रिग के मामले में ईडी के चक्कर काट रहे राबर्ट वाड्रा को आज दिल्ली में अधिकारियों के समक्ष पेश होना था। लेकिन, उन्होंने तबीयत खराब का हवाला देते हुए जांच टाल दी।
उन्हें सुबह पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर आना था पर उनके वकीलों ने वहां आकर वाड्रा की सेहत खराब होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, वाड्रा की तबीयत खराब है, वे जब स्वस्थ हो जाऐंगे तब ईडी के समक्ष आऐंगे।
16 फरवरी को दिल्ली कोर्ट ने वाड्रा के अंतरिम जमानत को 2 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया था।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई राबर्ट वाड्रा से 6, 7 और 9 फरवरी को मनी लांड्रिंग मामले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 24 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी।
मामला विदेश में 1.9 मिलियन पाउंड की अघोषित संपत्ति के स्वामित्व से संबंधित है। कथित तौर पर मामला पूर्वी उत्तर प्रदेश की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति वाड्रा से संबंधित है।
कुछ दिनों पहले जयपुर में ईडी ने वाड्रा से बीकानेर जमीन घोटाले के बारे में दो बार पूछताछ की थी।
शुक्रवार को ईडी ने दिल्ली में वाड्रा के सुखदेव विहार स्थित घर में 4.43 करोड़ की अचल संपत्ति को भी जांच में शामिल किया था। यह घर वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है।
पहले 2 फरवरी को अदालत ने वाड्रा को 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत दी थी और उन्हें 6 फरवरी को जांच में शामिल होने के लिए कहा था।
जांच के दौरान एक अन्य मामले में 2015 एंटी ब्लैक मनी कानून के तहत फरार हथियार डीलर संजय भंडारी के खिलाफ आयकर विभाग की जांच के दौरान ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
ईडी ने आरोप लगाया था कि वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के एक कर्मचारी अरोड़ा उनके विदेश में रखे अघोषित संपत्ति की जानकारी थी। उन्होंने इसमें उनकी सहायता की थे।
लंदन की संपत्ति कथित रूप से भंडारी द्वारा खरीदी गई थी और 2010 में नवीकरण के लिए हुए अतिरिक्त खर्चों के बावजूद उसी राशि में बेची गई थी।
7 दिसंबर को जांच के हिस्से के रूप में ईडी ने दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु के कई परिसरों में भी तलाशी की थी।