चेन्नई, 6 मई (आईएएनएस)| मौजूदा विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को अपना खिताब बचाने की एक अहम लड़ाई में एक ऐसी टीम का सामना करना है, जिसके सामने उसे अधिकतर मौकों पर हार मिली है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन में क्वालीफायर-1 में चेन्नई को मुंबई इंडियंस की चुनौती मिली है।
दोनों टीमों की नजरें जीत पर हैं लेकिन इस मैच में हार हालांकि किसी भी टीम के सफर को खत्म नहीं करेगी क्योंकि इस मैच में जीतने वाली टीम बेशक सीधे फाइनल में पहुंचेगी लेकिन हारने वाली टीम को क्वालीफायर-2 में एलिमिनेटर मैच जीतने वाली टीम से भिड़ना है।
एलिमिनटेर में दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद हैं।
चेन्नई अंकतालिका में शीर्ष पर थी लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब के हाथों मिली हार और मुंबई की कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ जीत ने उसे दूसरे नंबर पर पहुंचा दिया जबकि मुंबई पहले पर गई।
इस सीजन दोनों टीमों के बीच लीग दौर में हुए दो मैचों में दोनों में मुंबई ने बाजी मारी थी। मुंबई इस सीजन पहली टीम थी जिसने चेन्नई को उसके घर में हराया हो।
मुंबई के खिलाफ चेन्नई अधिकतर मौकों पर कमजोर सी दिखी है। इसी को ध्यान में रखते हुए चेन्नई इस मैच को हल्के में नहीं लेना चाहेगी।
मुंबई ने इस सीजन शुरुआत उतनी अच्छी नहीं की थी लेकिन बाद में लय पकड़ी। उसका शीर्ष क्रम मजबूत है। कप्तान रोहित शर्मा और क्विंटन डी कॉक इस सीजन की बेहतरीन सलामी जोड़ियों में से एक साबित हुए हैं तो मध्यक्रम में सूर्यकुमार यादव ने टीम को कई मौकों पर संभाला है।
इस सीजन टीम की एक अलग ताकत आखिरी ओवर में बहुत तेजी से रन बटोरना रही है और इसमें हार्दिक पांड्या ने बड़ा किरदार निभाया है। हार्दिक को केरन पोलार्ड का भी अच्छा साथ मिला है। ऐसा नहीं है कि बीते सीजनों में मुंबई यहां कमजोर थी लेकिन इस सीजन वह डेथ ओवरों में तेजी से रन बटोरने में दो कदम आगे रही है।
गेंदबाजी में उसके पास दो ऐसे गेंदबाज है जो डेथ ओवरों में रन बनाना मुश्किल कर देते हैं। जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा की जोड़ी चेन्नई के बल्लेबाजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है इसमें शंका की गुंजाइश कम है।
वहीं चेन्नई को अपने पिछले मैच में पंजाब के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी जिसने उसकी कई कमियां उजागर की हैं। महेंद्र सिंह धोनी चतुर कप्तान है और बेशक वह अपनी टीम की कमजोरियों से भलीभांती बाकिफ होंगे।
बल्लेबाजी में उसे केदार जाधव के चोटिल होने जाने से झटका लगा है। जाधव को पंजाब के खिलाफ कंधे में चोट लग गई थी। चेन्नई के पास हालांकि बल्लेबाजी में अच्छे और बड़े नाम हैं। शेन वाटसन, सुरेश रैना, ड्वायन ब्रावो, अंबाती रायडू और खुद कप्तान धोनी का जलवा पूरी दुनिया ने देख रखा है।
गेंदबाजी धोनी के लिए चिंता का सबब हो सकती है क्योंकि मुंबई की बल्लेबाजी जितनी मजबूत है उसके सामने चेन्नई के गेंदबाज कुछ खास नहीं हैं। ऐसे में अच्छा खासा दारोमदार अनुभवी हरभजन सिंह और वाटसन के जिम्मे होगा। ब्रावो टीम के लिए कई मौकों पर तुरुप का इक्का साबित हुए हैं। उनसे भी धोनी को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
टीमें (संभावित) :
मुंबई : रोहित शर्मा (कप्तान), हार्दिक पांड्या, युवराज सिंह, क्रुणाल पांड्या, ईशान किशन (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, मयंक मारकंडे, राहुल चाहर, अनूकुल रॉय, सिद्धेश लाड, आदित्य तारे, क्विंटन डी कॉक, एविन लुइस, केरन पोलार्ड, बेन कटिंग, मिशेल मैक्लेनघन, एडम मिल्ने, जेसन बेहरेनडॉर्फ, अनमोलप्रीत सिंह, बरिंदर सरन, पंकज जायसवाल, रसिख सलाम, जसप्रीत बुमराह।
चेन्नई : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), अंबाती रायडू, शेन वाटसन, सुरेश रैना, केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, ड्वायन ब्रावो, दीपक चहर, शार्दूल ठाकुर, हरभजन सिंह, इमरान ताहिर, मुरली विजय, ध्रुव शौरे, फाफ डु प्लेसिस, ऋतुराज गायकवाड़, मिशेल सैंटनर, डेविड विली, सैम बिलिंग्स, समीर, मोनू कुमार, कर्ण शर्मा, केएम आसिफ, मोहित शर्मा।