मुंबई इंडियंस के हरफनमौला क्रुणाल पांड्या को लगता है कि खेल से दूर उनके छोटे भाई हार्दिक पांड्या ने उन्हें एक बेहतर क्रिकेटर बनने में मदद की है।
लोकप्रिय चैट शो में महिलाओ के ऊपर अभद्र टिप्पणी और पीठ की चोट से उभरने के बाद अब हार्दिक पांड्या इस समय विश्वकप से पहले अपने बल्ले के साथ एक शानदार फॉर्म में है।
उनके भाई क्रुणाल पांड्या ने कहा, ” जब वह अपनी इंजरी और किसी अन्य कारण की वजह से बाहर थे तो उन्होने अपनी फिटनेस पर बहुत काम किया है। हमने एक साथ मैच खेलने शुरु किए और एक चीज जो मैं कहना चाहूंगा वह यह है कि क्रिकेट उनकी हमेशा से प्राथमिकता रही है।”
गुरुवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 40 रन से मिली जीत के बाद क्रुणाल ने कहा, ” ईमानदारी से, बहुत कम खिलाड़ी हैं जिनके पास काम की ऐसी नैतिकता है। उनके लक्ष्य में हमेशा से सुधार हुआ है और अगर ऐसा होता है तो आप सुसंगत रह सकते है।”
स्पिनर हों या गेंदबाज, एक्सप्रेस गति के साथ हार्दिक ने उन्हें पार्क से बाहर मारने की क्षमता विकसित की है।
क्रणाल ने कहा, ” पहले वह केवल स्पिनरो के खिलाफ हिट करते थे, लेकिन अब यही पेसरो के खिलाफ भी है। उन्होने खाली वक्त में इसपर बहुत काम किया है और अब उसके लिए उसने वांछित परिणाम प्राप्त किए हैं।”
” जो मुझे उनकी सबसे अच्छी बात लगती है वह उनका कभी हार नही मानने का जुनून है। हर साल वह अपने खेल में कुछ ना कुछ नया जोड़ते है। मैं भी उनसे बहुत कुछ सीख रहा हूं।”
क्रुनाल ने आगे कहा, “हार्दिक जब निलम्बन और चोट के कारण मैदान से दूर था, तब उसने अपने खेल तथा फिटनेस को सुधारने के लिए काफी मेहनत किया। उसके लिए क्रिकेट ही सबकुछ है। चाहें जो भी वह अपने खेल और उससे जुड़ी गतिविधियों से कभी पीछे नहीं हटता। वह काफी मेहनती है।”
बकौल क्रूणाल, “उसका लक्ष्य खेल में सुधार लाना है क्योंकि उसका मानना है कि अगर आपके खेल में सुधार आएगा तभी आप लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकते हो। ऐसे में वह नित नई चीजें अपने खेल में जोड़ने के लिए मेहनत करता है।”
हार्दिक पांड्या ने कल के मैच में 15 गेंदो में 32 रन की पारी खेली थी वही उनके साथ क्रुणाल पांड्या ने 26 गेंदो में 37 रन की नाबाद पारी खेली थी। दोनो ने कुल मिलाकर आखिरी के 3 ओवरो में 51 रन जोड़े और अपनी टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
क्रुणाल पांड्या ने कहा आखिरी के ओवरो में दिल्ली ने 20 रन अधिक दे दिए जिसकी वजह से कोटला कि पिच पर अंतर देखने को मिला।
उन्होने कहा, ” मुझे लगता है कि बल्लेबाजी करते समय यह बहुत मुश्किल विकेट था। जब मैं अंदर था और हार्दिक बल्लेबाजी करने भी आए थे हम तब भी हम 170 के बारे में नही सोच रहे थे, हमने सोच रखा था 140 इस विकेट पर एक अच्छा स्कोर हो सकता है। जिस प्रकार हार्दिक ने बल्लेबाजी की इससे हमारी लय में बदलाव आय़ा और हमें कुछ अधिक रन मिले।”