गुरुवार को बेंगलुरू में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में मिली हार के बाद। भारत में, यह विराट कोहली की कप्तानी में 16 सीरीज़ के दौरान किसी भी फॉर्मेट में हारने वाली पहली सीरीज थी। कोहली ने भारत में सात टेस्ट मैचों की सीरीज और पांच एकदिवसीय श्रृंखला में भारत का नेतृत्व किया, जिसमें सभी में जीत हासिल की है। और चार टी-20 सीरीज में उन्होने दो सीरीज जीती है तो एक साल 2017 में ऑस्ट्रेलिया से 1-1 से ड्रॉ खेली थी। लेकिन कल खेले गए टी-20 मैच को हारकार उन्हें अपनी कप्तानी में देश में पहली सीरीज हार का सामना करना पड़ा।
यह हार भारत की चौथी घरेलू द्विपक्षीय टी 20 सीरीज थी। और उन्हें पहली हार साल 2015 अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 0-2 से मिली थी। यह भारत की लगातार दूसरी टी-20 सीरीज हार है, क्योंकि टीम इससे पहले न्यूजीलैंड दौरे में भी 1-2 से सीरीज हारकर आई थी। इन दो हार से पहले भारत ने अपने 10 टी-20 मैच में 8 जीत हासिल कर रखी थी।
घरेलू टी-20 में भारत की द्विपक्षीय श्रृंखला में हार:
191 रन टी 20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के खिलाफ सफलतापूर्वक पीछा किया गया संयुक्त तीसरा सबसे बड़ा लक्ष्य है। दक्षिण अफ्रीका ने 2015 में धर्मशाला में 200 का पीछा किया और इसके बाद वानखेड़े में वर्ल्ड टी-20 2016 के सेमीफाइनल में विंडीज ने 193 का पीछा किया, साल 2017 में किंग्सटन में एकतरफा टी-20 में 191 से पीछा करते हुए विंडीज ने फिर एक बड़े लक्ष्य का पीछा किया था।
मैक्सवेल स्पेशल:
3 टी-20 शतको के साथ अब ग्लैन मैक्सवेल न्यूजीलैंड के कोलिन मनरो के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर में तीन शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए है। तीन से ज्यादा शतक इस प्रारूप में भारत के ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा के नाम है। वह अबतक टी-20 प्रारूप में 4 शतक लगा चुके है। भारत के खिलाफ यह मैक्सवेल का पहला टी-20 शतक था और उन्होने अपने पिछले टी-20 स्कोर के रिकॉर्ड को तोड़कर भारत में नया सर्वोच्च स्कोर बनाया है। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर किंग्स इलेवन पंजाब की टीम से खेलते हुए 90 रन था।
113 * मैक्सवेल द्वारा टी 20 अंतरराष्ट्रीय में भारत में भारत के खिलाफ सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। वह कॉलिन मुनरो के बाद घरेलू टीम के खिलाफ भारत में शतक बनाने वाले केवल दूसरे खिलाड़ी बने जिन्होंने राजकोट में 2017 में नाबाद 109 रन बनाए।