सरकार के स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड ने ऊर्जा क्षेत्र को की जाने वाली अपनी कुल सप्लाई को 12 फीसद बढ़ा दिया है। इस दौरान कोल इंडिया लिमिटेड ने अपनी इस बढ़ोतरी के साथ ही 1969 लाख टन कोयले की सप्लाइ की है।
इसके पहले पिछले वित्तीय वर्ष में इस सरकारी कंपनी ने ऊर्जा क्षेत्र को 1756 लाख टन कोयले की सप्लाई की थी। पिछले वर्ष अगस्त में इस सप्लाई की मात्र में 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।
वहीं सिंगारेनी कोलीरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) ने अप्रैल से अगस्त तिमाही में करीब 212 लाख टन कोयले की सप्लाई की है, जबकि पिछले वर्ष यह मात्रा 210 लाख टन थी।
इस साल एससीसीएल की सप्लाई में गिरावट देखने को मिली है। इस साल उसने करीब 36 लाख टन कोयला सप्लाइ किया था, जबकि पिछले वर्ष यही मात्रा 39 लाख टन पर थी।
कोल इंडिया ने बताया है कि इस वित्तीय वर्ष ऊर्जा क्षेत्र को की गई कुल सप्लाई 5250 लाख टन है, वहीं पिछले वित्तीय वर्ष यही मात्रा 454 टन थी।
कोल इंडिया देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है। कोल इंडिया ने बताया है कि इस वित्तीय वर्ष उसका लक्ष 6520 लाख टन कोयला उत्पादन का है।
इसके पहले कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने जुलाई में कोल इंडिया को कहा था कि वो बाज़ार से आ रही कोयले की मांग को ज्यादा से ज्यादा पूरा करने की कोशिश करे।