कोरोना का कहर साल के अंत में भी कम नहीं हो रहा है। अब तक भारत में कोरोना के 23,950 नये मामले सामने आये हैं। वहीं पिछले दिन 333 मौतें हो चुकी हैं। रिकवरी रेट 95.69 हो चुकी है जो कि एक अच्छा संकेत है। वहीं कोरोना से मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है। वैक्सीन के भी जल्द आने की संभावना नजर आ रही है। कहा जा रहा है कि एस्ट्रोजेनेका वैक्सीन को अगले हफ्ते तक इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है।
यदि अगले हफ्ते तक ऑक्सफोर्ड व एस्ट्रोजेनेका द्वारा बनाई गयी वैक्सीन को मंजूरी मिली तो भारत इस वैक्सीन को प्रयोग करने वाला दुनिया का पहला देश होगा। ये वैक्सीन बाकी वैक्सीनों के मुकाबले थोड़ी सस्ती हो सकती है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इसको सुरक्षित रखने की प्रकिया बाकी वैक्सीन की तुलना में ज़्यादा आसान है। इस तरह भारत के लिये ये वैक्सीन बहुत हद तक उपयुक्त है।
वहीं ब्रिटेन में कोरोना के स्ट्रेन की खबर ने सभी को दहला दिया है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का स्ट्रेन पाया गया है जिसके चलते बाकी सभी देश ज्यादा एहतियात बरतने लगे हैं। भारत में ब्रिटेन आने व जाने पर 31 दिसम्बर तक के लिये रोक है साथ ही पहले से व्यवस्थित फ्लाइट्स भी रद्द कर दी गयी हैं। जो लोग पिछले कुछ दिनों में ब्रिटेन से भारत आये हैं उनका विशेष रुप से निरीक्षण किया जा रहा है।
लेकिन सरकार ने मंगलवार को कहा कि नये वायरस को लेकर लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। भारत में अभी तक नये वायरस का कोई प्रमाण नहीं मिला है और न ही यहां वायरस के स्वरूप में कोई बदलाव हुआ है। जो टीके देश में तैयार किये जा रहे हैं उनकी तैयारी पर नये वायरस का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।