चीन के बाद अब सिंगापुर में भी नोवेल कोरोना वायरस का मामला सामने आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी पुष्टी की है। पड़ोसी देशों में गंभीर बीमारी का यह वायरस पाए जाने के बाद अब भारत सरकार ने भी अतिरिक्त सर्तकता बरतनी शुरू कर दी है। इसी के तहत अलग-अलग देशों से आ रहे 36 हजार से अधिक विमान यात्रियों की विशेषज्ञों द्वारा गहन थर्मल जांच की गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इन स्वास्थ्य जांचों में कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस से ग्रसित नहीं पाया गया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, “अभी तक अलग-अलग देशों से आ रहे 170 विमानों के यात्रियों की जांच की गई है। इन 170 विमानों में सवार सभी 36 हजार यात्री कोरोना वायरस से पूरी सुरक्षित पाए गए हैं। बीते 24 घंटे के दौरान ही चीन से आए 15 विमानों में सवार 2461 यात्रियों की थर्मल जांच की गई की गई है।”
कोरोना वायरस से चीन में सौ से अधिक व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर स्वयं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन कोरोना वायरस के रोकथाम संबंधी उपायों की समीक्षा कर रहे हैं।
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा, “हमने इस वायरस की सूचना मिलने पर तुरंत ही इसके रोकथाम संबंधी उपाय शुरू कर दिए यही कारण है कि भारत में अभी तक कोई भी व्यक्ति कोरोना वायरस से ग्रसित नहीं पाया गया है।”
डॉक्टर हर्षवर्धन ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा, “कोरोना वायरस से जागरूक व सतर्क रहकर बचा जा सकता है, यदि किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस के कोई लक्षण स्वयं में दिखाई दे तो वह स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 पर संपर्क कर सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ऐसे संदिग्ध व्यक्ति से तुरंत संपर्क करेंगे और अविलंब उसकी जांच एवं उपचार की पूरी व्यवस्था सरकार द्वारा करवाई जाएगी।”
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चीन में कोरोना वायरस की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चीन में वायरस की स्थिति विकसित हो रही है। वायरस फैलने का ठोस कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है लेकिन डब्लूएचओ की प्राथमिक जांच इस वायरस को समुद्री खाद्य बाजार से जोड़ती है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ जाते हैं। यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित पशुओं में प्रवेश कर जाता है। दुर्लभ स्थिति में पशुओं से फैलकर कोरोना वायरस इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी के रूप में दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, अहमदाबाद, अमृतसर, कोयंबटूर, गुवाहाटी, जयपुर, बागडोगरा, गया, त्रिवेंद्रम, त्रिची, वाराणसी और विजाग हवाई अड्डों के लिए सतर्कता निर्देश जारी किए हैं। चीन से आने वाले लोगों की थर्मल स्कैनर के जरिये जांच करवाई जा रही है। नागर विमानन मंत्रालय के सहयोग से विमान में इस संबंध में घोषणाएं की जा रही हैं। चीन जाने वाले और वहां से आने वाले यात्रियों के लिए यात्रा परामर्श भी जारी किया गया है। यह परामर्श स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
अभी तक दिल्ली, मुंबई और कोलकाता एयरपोर्ट पर चीन, सिंगापुर व जापान से आने वाले विमानों में सवार कुल 36,013 यात्रियों की जांच की जा चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रयोगशाला जांच, निगरानी, संक्रमण रोकथाम तथा नियंत्रण (आईपीसी) और जोखिम संचार पर सभी सम्बन्धित को आवश्यक निर्देश जारी किया है। सामुदायिक निगरानी के लिए एकीकृत बीमारी निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) बनाया गया है। एनआईवी पुणे, दिल्ली मुंबई बेंगलुरू हैदराबाद के अलावा अन्य छह अन्य स्थानों पर कोरोना वायरस की जांच जल्द ही शुरू की जाएगी।