दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने सोमवार को प्रायद्वीप में एक अन्य जंग से बचने के लिए प्रयासों की जरुरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि “साल 1950-53 कोरियाई जंग आधिकारिक रूप से समाप्त नहीं हुई है।” मून ने यह बयान राष्ट्रपति दफ्तर चेओंग वा दे ने बैठक में दिया था। इसमें 182 दक्षिण कोरियाई, अमेरिकी और अन्य विदेशी दिग्गजों ने शिरकत की थी।”
यह जंग की 69 वीं सालगिरह के एक दिन पूर्व आयोजित किया जाता है। दक्षिण कोरिया के अधिकारी ने कहा कि “25 जून इतिहास का सबसे कड़वा दिन है, लेकिन कोरियाई गणराज्य ने उत्तर कोरिया के आक्रमण पर काबू रखकर पहचान को रखा है।”
उन्होंने रेखांकित किया कि “युद्ध शहीदों की कुर्बानियों को श्रद्धांजलि देना का बेहतरीन तरीका बिना जंग के भय के कोरियाई प्रायद्वीप शान्ति है।” मून ने उत्तर कोरिया में मज़बूत द्विपक्षीय सहयोग और सक्रीय प्रयासों की व्यवस्थाओं को बढ़ाने के सक्रीय प्रयासों को रेखांकित किया था।
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच हनोई में दूसरे शिखर सम्मेलन बगैर किसी समझौते के रद्द कर दी गयी थी। दोनों पक्ष प्रतिबन्ध से रियायत के मतभेदों को सुलझाने में असफल साबित हुए हैं। प्योंगयांग ने निरंतर आर्थिक वृद्धि के लिए आर्थिक पाबंदियों को हटाने का आग्रह किया था।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति आवास ने सोमवार को ऐलान किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जापान में जी 20 के सम्मेलन के बाद दक्षिण कोरिया की यात्रा करेंगे। डोनाल्ड ट्रम्प 29 जून को सीओल पहुंचेंगे और दक्षिण कोरिया के समकक्षी मून जे इन से मुलाकात करेंगे।
राष्ट्रपति आवास के प्रवक्ता को मीन जुंग ने मीडिया से कहा कि “उनकी योजना दोनों देशों के बीच करीबी समायोजन के तरीको पर चर्चा करना है ताकि कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण से स्थायी शान्ति को स्थापित किया जा सके। इससे दक्षिण कोरिया-अमेरिकी गठबंधन भी काफी मज़बूत होगा।”