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    उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया

    कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाने के लिए उत्तर और दक्षिण कोरिया ने आज उच्च स्तरीय शांति वार्ता की फिरसे शुरुवात की। दक्षिण कोरिया द्वारा की गयी इस पहल को उत्तर कोरिया के साथ विश्वास बढ़ाने में पहला कदम माना जा रहा हैं।

    आपको बता दे, उत्तर कोरिया अपने आखरी परमाणु परिक्षण स्थल को अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षकों सामने निरस्त कर चूका हैं। इसके बाद उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर शासक किम जोंग उन ने रोक लगा दी हैं।

    इस वार्ता का आयोजन, कोरियाई सीमा से सटे गाव पंमुन्जोम में किया गया था, दोनों कोरिया के शीर्ष नेताओं की मुलाकात के बाद, न्यूयॉर्क में अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट माइक पोम्पइयो के साथ, वरिष्ट उत्तर कोरियाई राजदूत किम योंग चोल के नेतृत्ववाला प्रतिनिधि मंडल मुलाकात करेगा।

    अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट के साथ इस वार्ता में अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरियायाई शासक किम जोंग उन के बीच प्रस्तावित शिखर वार्ता के विषय में बातचीत होगी।

    आपको बतादे, उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को निरस्त किए जाने के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के बीच 12 जून को सिंगापोर में शिखर वार्ता होना तय था, लेकिन मई महीने के मध्य में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प इस शिखर वार्ता को रद्द किए जाने का एलान किया था।

    दक्षिण कोरिया के अनुसार कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए अमेरिका-उत्तर कोरिया शिखर वार्ता होने महत्वपूर्ण हैं, इस विषय में ट्रम्प को मनाने के लिए दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई इन अमेरिका का दौरा कर चुके हैं। दक्षिण कोरियाई सरकार नहीं चाहती की किसी भी परिस्थिति में यह शिखर वार्ता रद्द ना हो।

    शुक्रवार की वार्ता में कोरियाई सीमा पर बढे तनाव को कम किए जाने पर बात किए जाने की आशंका हैं। कोरियाई युद्ध के समय बिछड़े हुए परिवारों के मिलन के लिए रेड क्रॉस टॉक्स को पुनह शुरू किया जाएगा।

    दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन, अपने उत्तर कोरियाई समकक्ष से पीछले दो महीनों में दो बार मिल चुके हैं। उनके अनुसार कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता के लिए उत्तर कोरिया का परमाणु मुक्त होना जरुरी हैं, लेकिन उत्तर कोरिया इतनी आसानी से अपने परमाणु कार्यक्रम को निरस्त नहीं करेगा। उत्तर कोरिया विश्वसमुह से परमाणु मुक्त होने के बाद स्वायतता को लेकर आश्वासन चाहता हैं।

    27 अप्रैल को जब दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच पहली बार बातचीत हुई तब, कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाना और प्रदेश में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने पर पर दोनों नेता सहमत हुए थे।

    लेकिन अमेरिका के साथ दक्षिण कोरिया के सालाना युद्ध अभ्यास ने उत्तर कोरिया की चिंताए बढ़ा दी, जिसके चलते उत्तर कोरिया ने शांति वार्ता रद्द करने की बात कही थी।

    अब दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व का मिलना, प्रस्तावित ट्रम्प-किम जोंग उन शिखर वार्ता की ओर संकेत करता हैं।

    By प्रशांत पंद्री

    प्रशांत, पुणे विश्वविद्यालय में बीबीए(कंप्यूटर एप्लीकेशन्स) के तृतीय वर्ष के छात्र हैं। वे अन्तर्राष्ट्रीय राजनीती, रक्षा और प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज में रूचि रखते हैं।

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