कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि देश में केवल आठ दिनों का कोयला स्टॉक बचा है। गौतलब है की गांधी ने देश में कोयला और बिजली संकट पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बैठक के एक दिन बाद ऐसा किया है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘आठ साल की बड़ी बातचीत का नतीजा यह हुआ है कि भारत के पास केवल आठ दिनों का कोयला भंडार है।’उन्होंने केंद्र से ‘नफरत के बुलडोजर बंद करने और बिजली संयंत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा ताकि छोटे पैमाने के उद्योगों के नुकसान को रोकने के लिए और अधिक रोजगार के नुकसान को रोका जा सके। मोदी जी, मुद्रास्फीति की दर बढ़ रही है। बिजली कटौती छोटे उद्योगों को कुचल देगी, जिससे और अधिक नौकरियां चली जाएंगी। नफरत के बुलडोजर बंद करो और बिजली संयंत्रों को चालू करो!’
8 years of big talk has resulted in India having ONLY 8 DAYS of coal stocks.
Modi ji, stagflation is looming. Power cuts will crush small industries, leading to more job losses.
Switch off the bulldozers of hate and switch on the power plants! pic.twitter.com/CiqP9SlHMx
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 20, 2022
कांग्रेस नेता ने 18 जून 2020 को पीएम मोदी की घोषणा के हवाले से एक तस्वीर भी साझा की जिसमें आयात को कम करके भारत को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए वाणिज्यिक खनन के लिए 41 कोयला खदानों की नीलामी की गई थी। उन्होंने इसकी तुलना देश में मौजूदा कोयला संकट की स्थिति से की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को देश भर में चल रही कोयले और बिजली की स्थिति की खबरों के बीच बिजली मंत्री आरके सिंह, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बैठक की।
अधिकारियों ने कहा कि कई राज्यों द्वारा बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति में कमी के कारण संभावित बिजली संकट की चेतावनी के मद्देनजर बैठक की गई थी।
आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, झारखंड और हरियाणा जैसे 12 राज्यों में घरेलू ताप विधुत संयंत्रों की कोयले की सूची में कमी की खबरें हैं जो 3 से 8.7 प्रतिशत तक बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने आयातित कोयले की कीमतों में भारी वृद्धि के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध को जिम्मेदार ठहराया है। इसका कारण कोयले के परिवहन के लिए रेलवे वैगनों की अपर्याप्त उपलब्धता है।
कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘ऐसा लगता है कि श्री गांधी कांग्रेस के मामलों को छोड़कर सभी मामलों में एक स्व-घोषित विशेषज्ञ हैं। कोयला घोटाले में शामिल लोग कोयला उत्पादन के बारे में बात कर रहे हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि कोयला कंपनियों ने कैप्टिव खानों से 30% की वृद्धि के साथ, 2021-22 में अब तक का सबसे अधिक उत्पादन और उठाव हासिल किया है।’
It seems Mr. Gandhi is a Self-proclaimed Expert on all matters except those of INC. People involved in coal scam are talking about coal production.
He should know that coal companies have achieved HIGHEST EVER production & offtake in 2021-22, with 30% growth from captive mines. https://t.co/RFnzUJYoqD
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) April 20, 2022