राजस्थान के कोटा जिले में स्थित जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले पर चौंतरफा हमले के बीच राजस्थाान सीएम अशोक गहलोत ने अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने मामले पर ट्विट करते हुए कहा है कि, कोटा के जेके लोन अस्पताल में बीमार शिशुओं की मौत हो जाने पर सरकार संवेदनशील है।
जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
1/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 2, 2020
उन्होंने सफाई पेश करते हुए कहा है कि इस अस्पताल में लगातार शिशुओं की मृत्युदर कम हो रही है। साथ ही उन्होंने मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की भी अपील की है।
राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी। कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी।
2/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 2, 2020
उन्होंने कहा है कि मां और उनके बच्चों को स्वस्थ रखना उनकी सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि राज्य में सर्वप्रथम बच्चों के लिए आईसीयू की स्थापना 2003 में उनकी सरकार ने की थी। साथ ही 2011 में कोटा में भी उनकी सरकार ने बच्चों के आईसीयू की स्थापना की थी।
स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं। #NirogiRajasthan हमारी प्राथमिकता है।
मीडिया किसी भी दबाव में आये बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।
3/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 2, 2020
साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार के विशेष दल का भी स्वागत किया है। उन्होंने कहा विशेष दल से विचार विमर्श और उनके सहयोग से राज्य में चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए वह तैयार हैं। सीएम गहलोत ने ‘निरोगी राजस्थान’ अपनी सरकार की प्राथमिकता बताई है। उन्होंने मीडिया से भी निक्षपक्ष रूप से तथ्यों को पेश करने की अपील की है।