सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई के मंगलवार सुबह कोच्चि पहुंचते ही भगवान अय्यपा के भक्तों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। ज्ञात हो कि तृप्ति सबरीमाला मंदिर में दर्शन करने के उद्देश्य से वहां पहुंची हैं।
तृप्ति चार अन्य कार्यकर्ताओं के साथ हवाईअड्डे पर सुबह पांच बजे उतरीं। इसके बाद उन्होंने वहां से 200 किलोमीटर दूर स्थित मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुरक्षा उपलब्ध कराने को लेकर शीर्ष पुलिस अधिकारियों से चर्चा की।
हालांकि तृप्ति के वहां पहुंचने की सूचना मिलते ही सबरीमाला के भक्तों का एक विशाल समूह पुलिस कार्यालय के सामने एकत्र हो गया और वे उन्हें मंदिर में प्रवेश न देने को लेकर सबरीमाला के मंत्रों का उच्चारण करने लगे।
इस दौरान भक्तों ने वहां बिंदु अम्मिनी को देखा, जो इस साल दो जनवरी को मंदिर में प्रवेश करने वाली 10-50 साल आयुवर्ग के बीच की दो महिलाओं में से एक हैं। बिंदु को देखते ही भक्त उग्र हो गए और उन्होंने उन पर मिर्ची पाउडर फेंके। इसके बाद पुलिस उन्हें कमिश्नर कार्यालय से चिकित्सा के लिए ले गई।
ज्ञात हो कि नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला की समीक्षा याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले को सात न्यायाधीशों की पीठ के पास भेज दिया था और 28 सितंबर, 2018 को आए फैसले, जिसके अनुसार महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने देने की अनुमति दी गई थी, उस पर रोक लगाने से मना कर दिया था।