प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना मेक इन इंडिया के अंतर्गत देश में अब ड्राइ डॉक का निर्माण होने जा रहा है।
इस ड्राइ डॉक कोची का निर्माण कोचीन शिपयार्ड में किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1799 करोड़ रुपये है। यह नया ड्राइ डॉक 310 मीटर लंबा व 75 मीटर चौड़ा होने के साथ ही 13 मीटर गहरा भी होगा।
इस डॉक का उपयोग समुद्री जहाज के निर्माण व उसकी मरम्मत के लिए किया जाएगा। इस डॉक में एलएनजी कैरिज, ड्रिल शिप व इंडियन नैवी के विमानवाहक पोत को भी खड़ा किया किया जा सकेगा।
मालूम हो कि इस ड्राइ डॉक के निर्माण के साथ ही वैश्विक जहाज़ निर्माण में भारत की हिस्सेदारी में 2 प्रतिशत का इजाफा हो जाएगा।
फिलहाल वैश्विक जहाज़ निर्माण कार्य में भारत की हिस्सेदारी मात्र 0.66 प्रतिशत की है, ऐसे में यह परियोजना देश में जहाज़ निर्माण व्यवसाय को नयी दिशा देगी।
कोचीन शिपयार्ड में पहले से ही दो ड्राइ डॉक मौजूद हैं, लेकिन वो दोनों ही इस नए बनने वाले ड्राइ डॉक से छोटे हैं।
इसके निर्माण के साथ ही भारत दक्षिण पूर्वी एशिया में जहाज़ मरम्मत का हब बन कर उभरेगा।
इस प्रोजेक्ट के मई 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस निर्माण कार्य से जुड़े लोगों का मानना है कि इसके बनने से देश के जहाज़ निर्माण व्यवसाय में एक नया आयाम देखने को मिलेगा, साथ ही इसके तहत करीब 2 हज़ार लोगों को नौकरी भी मिलेंगी।