केंद्रीय कैबिनेट में बदलाव के बाद अब सरकार ने सशक्त कैबिनेट कमिटियों का भी पुनर्गठन किया है। इस बदलाव की जानकारी कैबिनेट सचिवालाय की ओर से सोमवार रात को जारी किए गए नोटिफिकेशन में दी गई है। नए मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किए जाने के बाद इन्हें कैबिनेट कमिटी में भी अहम जिम्मेदारी दी गई है। इसके तहत नए केंद्रीय मंत्रियों को अलग अलग कैबिनेट कमिटियों में रखा गया है।
इन मंत्रियों को मिली समितियों में जगह
पॉलिटिकल अफेयर्स से जुड़ी कैबिनेट कमेटी में भूपेंद्र यादव, स्मृति ईरानी, सर्बानंद सोनोवाल, मनसुख मंडाविया, गिरिराज सिंह की एंट्री हुई है। इन्वेस्टमेंट और ग्रोथ से जुड़ी हुई कैबिनेट कमेटी में नारायण राणे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अश्विनी वैष्णव को शामिल किया गया है। रोजगार और स्किल से जुड़ी कमेटी में धर्मेंद्र प्रधान, अश्विनी वैष्णव, भूपेंद्र यादव, हरदीप पुरी, आरसीपी सिंह की एंट्री हुई है। इस कमेटी की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में है। संसदीय मामलों की कैबिनेट कमेटी में अर्जुन मुंडा, विरेंद्र कुमार, किरण रिजिजू, अनुराग ठाकुर को जगह मिली है, इस कमेटी की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।
इसके अलावा संसदीय मामलों की कैबिनेट कमिटी में भी बदलाव किए गए हैं और अर्जुन मुंडा, किरण रिजिजू, अनुराग ठाकुर के साथ वीरेंद्र कुमार को शामिल किया गया है। इस कमिटी की अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। उल्लेखनीय है कि रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर को कैबिनेट से बाहर कर दिए गए और यह नया बदलाव किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी की ही अगुवाई वाले रोजगार व कुशलता विकास पर कैबिनेट कमिटी में शामिल किए गए केंद्रीय मंत्रियों में अश्विनी वैष्णव, भूपेंद्र यादव, रामचंद्र प्रसाद सिंह और जी किशन रेड्डी हैं। वहीं देश के सबसे महत्वपूर्ण व अग्रिम निर्णायक मंडल जो सुरक्षा मामलों को देखती है उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट कमिटी के सदस्यों में प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, गृहमंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हैं।