तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद कहा कि वह जल्द ही केंद्र में गैर-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और गैर कांग्रेस सरकार के लिए एक ठोस योजना लेकर आएंगे।
तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष केसीआर की ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भुवनेश्वर में मुलाकात के एक दिन बाद यह बैठक हुई।
ममता से मुलाक़ात के बाद एक साझे प्रेस कॉन्फ्रेंस में राव ने कहा “पांच राज्यों में चुनाव परिणामों के बाद एक राजनीतिक बातचीत शुरू हुई है। कल, मेरी ओडिशा के मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई और आज मैं दीदी से मिला। संवाद जारी हैं। हम आपसी हितों के मुद्दों के साथ-साथ राष्ट्रीय नीतियों को भी निपटाने की कोशिश कर रहे हैं।”
ममता से उनकी मुलाकात एक घंटे से अधिक समय तक चली। राव ने केंद्र में एक गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा सरकार के गठन को अपना “मिशन” बताया। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला से कोलकाता में मुलाकात के तीन दिन बाद ममता की राव से उनकी मुलाकात हुई।
केसीआर 25-27 दिसंबर नयी दिल्ली में रहने वाले हैं, जहां वे मायावती और अखिलेश यादव से मिलेंगे। बनर्जी खुद केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों के विकल्प के रूप में क्षेत्रीय शक्तियों को इकठ्ठा कर एक तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश कर रही हैं। वह 19 जनवरी को कोलकाता में ब्रिगेड परेड ग्राउंड में विपक्षी दलों की रैली का आयोजन करने वाली हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने कहा है कि अगर उसे आमंत्रित किया जाता है तो भी वह रैली में भाग नहीं लेगा।
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा, “वह एक विनाशकारी परिणाम से डर गई है कि वह कोलकाता में सभी विपक्षी दलों को बंगाल के लोगों को भ्रमित करने के लिए आमंत्रित कर रही है।”