केरल में इस समय भगवे और लाल रंग के बीच जबरदस्त जुबानी जंग छिड़ी है। योगी आदित्यनाथ ने मौजूदा सरकार को राज्य में घटित हिंसा का जिम्मेदार बताया था। इसपर अब केरल के मुख्यमंत्री पिनराई ने जवाब दिया है कि जो लोग नाथूराम गोडसे को पूजते हों, उन्हें हमें कुछ सिखाने की जरूरत नहीं है।
जाहिर है केरल में अमित शाह की अगुवाई में भाजपा ने जन रक्षा यात्रा का आयोजन किया था। इस दौरान भाजपा की ओर से अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, केंद्र मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, राजयवर्धन सिंह राठोड, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि नेता शामिल होंगे।
दरअसल, इस यात्रा का मुख्य कारण राज्य में फैली हिंसा हो रोकना है। केरल में पिछले कुछ 17 सालों के दौरान करीबन 120 आरएसएस और बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई हैं। अमित शाह ने इन हत्याओं के पीछे मौजूदा सरकार का हाथ बताया था। इसके अलावा भाजपा की कोशिश 2019 चुनावों में केरल साधने की भी रहेगी।
भाजपा की जन रक्षा यात्रा अगले करीबन 15 दिन चलेगी। इस दौरान दर्जनों नेता इसमें शामिल होंगे। इस दौरान मौजूदा सीपीएम सरकार के दबदबे वाले इलाके कन्नूर और पयानुर में भाजपा रैली निकल सकती है। भाजपा ने भगवा रंग रंगने के लिए सबसे पहले योगी आदित्यनाथ का इस्तेमाल किया है। योगी ने अपने भाषण में बताया था कि अगले चुनावों में केरल में चारों और भगवा ही भगवा दिखेगा।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई भी लगातार इन बयानों का जवाब देते हुए दिखे हैं। उन्होंने पहले योगी पर निशाना साधते हुए गोरखपुर में हुई हत्याओं पर कहा था कि उन्हें केरल के अस्पतालों से सीखना चाहिए। इसके बाद हिंसा के मुद्दे पर पिनराई ने कहा कि नाथूराम गोडसे को भगवान मानने वाली भाजपा सरकार से उन्हें कुछ सिखने की जरूरत नहीं है।
भाजपा की जन रक्षा यात्रा 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक चलेगी।