केरल में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए सरकार ने चेतावनी जारी कर दी है। आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक यह मूसलाधार बारिश अगले 24 घंटे में चक्रवात में परिवर्तित हो जाएगी और अगले पांच दिनों में दक्षिणी ओमान से होते हुए यमन के तटीय क्षेत्र पर पहुँचेगी।
केरल स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट और नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फ़ोर्स मिलकर आईएमडी के साथ स्थिति पर निगरानी रखेगी। सरकार भी बांध से बहने वाले पानी पर निगरानी रखेगी।
चेरुथोनी, मलम्पुज़ह, नैयर, कालड़ा और पेम्बा समेत 22 बांधो को बारिश की तबाही को देखते हुए पानी को छोड़ने के लिए खोल गया है।
समुन्द्र की हालत बेहद खराब है कारणवश मछवारों को हिदायत दी गयी है कि समुन्द्र की और न जाये।
केरल में अगस्त में बाढ़ ने कहर बरपाया था। इस भयानक बाढ़ से लाखों लोगों को कैंपो में सहारा लेना पड़ा। विशाल स्तर पर जनहानि और घर तबाह हो गए।
इस बाढ़ में लगभग 493 लोगों की जान गई थी। पिछले 100 वर्षों में सबसे भयानक बाढ़ थी। इस मुसीबत के समय अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत के सहयोग के लिए हाथ आगे बढ़ाये। इस विशाल तबाही में अनुमानित 40 हज़ार करोड़ का नुकसान हुआ।
केंद्र सरकार ने केरल के लिए 500 करोड़ की मदद राशि दी जबकि गृह मंत्रालय ने अलग से 100 करोड़ देने का ऐलान किया।
यूएन के महासचिव ने इस बाढ़ को विनाशकारी बढ़ बताया था साथ ही जलवायु परिवर्तन की चेतावनी भी दी थी।
हाल ही में इंडोनेशिया में सुनामी और भूकंप ने कहर बरपाया था। इंडोनेशिया के पालू शहर में भूकंप और सुनामी के कारण हज़ारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा।