प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को केरल के कोच्चि में देश के सबसे बड़े ड्राई डॉक का उद्घाटन किया। इसके अलावा, उन्होंने शिप बिल्डिंग, शिप रिपेयरिंग और एलपीजी आयात टर्मिनल सहित तीन अन्य पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं से केरल और भारत के दक्षिणी क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जब समृद्ध था, तब हमारी ताकत हमारे पोर्ट्स और पोर्ट शहर थे। आज जब भारत फिर से ग्लोबल ट्रेड का एक बड़ा केंद्र बन रहा है, तब हम फिर से अपनी समुद्री शक्ति को बढ़ाने में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि कोचीन शिपयार्ड देश का एक प्रमुख शिपयार्ड है। यहां मेड इन इंडिया एयरक्राफ्ट करियर, INS विक्रांत का निर्माण किया गया था। नए ड्राई डॉक से शिपयार्ड की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। इसके अलावा, नए शिप बिल्डिंग और शिप रिपेयरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर से भारत की विदेशों पर निर्भरता कम होगी और यहां नई स्किल्स पैदा होंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए एलपीजी आयात टर्मिनल से कोच्चि, कोयंबटूर, इरोड, सेलम, कालीकट, मदुरै और त्रिची में LPG की जरूरतें पूरी होंगी। इससे इन इलाकों में इंडस्ट्री और आर्थिक विकास को भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कोचीन शिपयार्ड आधुनिक और ग्रीन टेक्नॉलॉजी से लैस मेड इन इंडिया वैसल्स बनाने में भी अग्रणी है। उन्होंने कहा कि भारत को हाइड्रोजन फ्यूल आधारित ट्रांसपोर्ट की तरफ ले जाने का मिशन है, और कोचीन शिपयार्ड इस मिशन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्लू इकॉनॉमी और पोर्ट लेड डेवलपमेंट से मछुआरों की भी बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मछुआरों के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और सब्सिडी जैसी योजनाएं चला रही है। इससे मछली उत्पादन और एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सी-फूड प्रोसेसिंग में भारत की हिस्सेदारी को और बढ़ाने के प्रयास कर रही है। इससे मछुआरों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केरल एक खूबसूरत राज्य है और यहां के लोगों की मेहनत और लगन की सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार केरल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि केरल में पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार से राज्य के आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा।