पीएम नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सरकारी विभागों में भर्ती हुए लगभग 71,000 नव-नियुक्तों को नियुक्ति पत्र बांटे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने नव-नियुक्त पदाधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने नए उम्मीदवारों को बधाई दी और कहा कि रोजगार के ये अवसर न केवल नियुक्त किए गए लोगों में बल्कि करोड़ों परिवारों में आशा की नई किरण जगाएंगे।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह वर्ष 2023 का पहला रोज़गार मेला है जो 71,000 परिवारों के लिए सरकारी रोज़गार का कीमती उपहार लेकर आया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नियमित रोजगार मेले इस सरकार की निशानी बन गए हैं। वे दिखाते हैं कि इस सरकार ने जो भी संकल्प लिया है, वह साकार हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह नव-नियुक्तों के चेहरों पर खुशी और संतुष्टि के भाव स्पष्ट रूप से देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर उम्मीदवार सामान्य पृष्ठभूमि से आए हैं और कई तो अपने परिवार में पांच पीढ़ियों में सरकारी नौकरी पाने वाले पहले व्यक्ति हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा यह अनुभव का यह आनंद सरकारी नौकरी पाने से भी बड़ा है। अभ्यर्थी खुश हैं कि एक पारदर्शी और स्पष्ट भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से उनकी प्रतिभा को पहचान मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और गति आज सरकार के कामकाज के हर पहलू की विशेषता है। मोदी ने उस समय को याद किया जब नियमित पदोन्नति भी देरी और विवादों में फंस जाती थी। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने ऐसे मुद्दों का समाधान किया है और एक पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा, “पारदर्शी भर्ती और पदोन्नति से युवाओं में विश्वास पैदा होता है।”
Addressing the Rozgar Mela. Best wishes to the newly inducted appointees. https://t.co/1jA5ocfXdH
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2023
उन्होंने कहा कि कई नव-नियुक्त अभ्यर्थी सरकार के प्रत्यक्ष प्रतिनिधियों के रूप में आम जनता के साथ बातचीत करेंगे और वे अपने तरीके से प्रभाव का सृजन करेंगे।
iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर कई सरकारी सेवकों के ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आधिकारिक प्रशिक्षण के अलावा इस प्लेटफॉर्म पर व्यक्तिगत विकास के कई कोर्स भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी के लिए प्रौद्योगिकी के माध्यम से स्व-अध्ययन एक अवसर है। मोदी ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने अंदर के छात्र को कभी मरने नहीं दिया। उन्होंने कहा, “स्वयं सीखने की प्रवृत्ति से शिक्षार्थी, उसके संस्थानों और भारत की क्षमताओं में भी सुधार होगा।”
मोदी ने जोर देकर कहा, “तेजी से बदलते भारत में रोजगार और स्वरोजगार के अवसरों में लगातार सुधार हो रहा है। तेज विकास से स्वरोजगार के अवसरों का व्यापक विस्तार होता है। आज का भारत यही देख रहा है।”