राष्ट्रीय चयन पैनल ने केदार जाधव के विश्वकप में भाग लेने पर जल्दबाजी में निर्णय नही लेने का फैसला किया है। जाधव कंधे की चोट से जूझने के बाद विश्वकप जैसे महतवपूर्ण टूर्नामेंट के लिए जल्द से जल्द फिट होना चाहते है। मध्यक्रमक के बल्लेबाज को चेन्नई सुपर किंग्स के आखिरी लीग मैच के दौरान चोट लगी थी और परिणामस्वरुप प्रतियोगिता के शेष भाग से उन्हें बाहर कर दिया गया है।
जाधव को बाउंड्री के पास फिल्डिंग करते वक्त के यह इंजरी आई थी। शुरआत में ऐसा लग रहा था कि जाधव के लिए अब सब कुछ खत्म हो गया है लेकिन भारतीय मेडिकल स्टाफ उनकी उपस्थिती के लिए आशावादी है। स्पोर्टस्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टीम के फिजियो पैट्रिक फरहार्ट ने चेन्नई में जाधव की चोट का आकलन किया और बल्लेबाज को कम से कम एक सप्ताह के लिए स्लिंग पहनने की सलाह दी।
भारत को अंतिम क्षण तक इंतजार करने का मौका, क्या नियम है। टूर्नामेंट नियम के अनुसार, राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के पास जाधव की स्थिति का इंतजार करने और उनका आकलन करने के लिए समय की एक अच्छी अवधि है।
आईसीसी की तकनीकी समिति से अनुमति लिए बिना टीमें 23 मई तक अपने विश्व कप टीम बदल सकती हैं। परिणामस्वरुप, एमएसके प्रसाद की चयन समिति के पास यह निर्णय लेना के लिए 22 मई तक समय होगा कि वह जाधव को विश्वकप की टीम में रखेंगे या नही।
अगर जाधव समय से पहले चोट से उभर नही पाए, तो चयनकर्ता स्टैंडबाई खिलाड़ी अंबाती रायडू, ऋषभ पंत और अक्षर पटेल में से किसी एक को टीम में शामिल कर सकती है। इशांत शर्मा और नवदीप सैनी भी दो अन्य खिलाड़ी है जिन्हें स्टैंडबाई सूची में रखा गया है।
जाधव का खराब आईपीएल सीजन
केदार जाधव, इस आईपीएल में निरंतरता ढूढने के लिए संघर्ष करते रहे है। इस आईपीएल खेले 14 मैचो में उन्होने 18 की औसत से 162 रन बनाए है, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है। यह रन 100 से भी कम के स्ट्राइक रेट के साथ आए है।