आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि दिल्ली में अगले लोकसभा चुनाव में हार से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी मतदाता सूची में से लोगों के नाम काट रही है।
केजरीवाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि 15 लाख मतदाताओं के नाम काटने का आरोप चुनाव आयोग पर लगा कर केजरीवाल अपनी हताशा को व्यक्त कर रहे हैं।
एक दिन पहले आप नेता राघव चड्डा ने तुगलकाबाद में मतदाताओं की सूची के नामों को कथित रूप से हटाने की चुनाव आयोग द्वारा की जा रही जांच को हास्यास्पद बताया। उसके बाद आज अरविन्द केजरीवाल ने भाजपा पर हमला किया।
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के दावों को सत्यापित करने के लिए तुगलकाबाद विधानसभा क्षेत्र के लाल कुआं और हरिकेश नगर क्षेत्रों में एक डोर-टू -डोर सर्वेक्षण किया था।
केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि 2015 में अंतिम विधानसभा चुनावों के बाद से दक्षिण दिल्ली में एक लाख से ज्यादा वोटरों के नाम वोटरलिस्ट से हटा दिए गए। उन्होंने कहा था कि बीजेपी हार रही है। ऐसा लगता है कि यह बीजेपी का अंतिम उपाय है। उन्हें मतदाता सूचियों से लाखों नाम हटा दिए गए हैं। उम्मीद है कि चुनाव आयोग इसपर तत्काल कार्रवाई करेगा।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी को लोकसभा चुनाव में हार पर नजर आ रहा है और वह अभी से ही चुनाव आयोग पर हमले कर अपनी अराजक प्रविर्ती को दिखा रही है।
आम आदमी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस महीने की शुरुआत में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 10 लाख मतदाताओं के नाम, जो आम तौर पर आप और कांग्रेस का समर्थन करते हैं, दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद से दिल्ली में हटा दिए गए थे। दक्षिण पूर्व दिल्ली के जिला निर्वाचन अधिकारी ने आप के आरोप को “आधारहीन” कहा और कहा कि पार्टी की शिकायत पर सत्यापन करने के लिए एक पारदर्शी तरीके से सर्वेक्षण का आयोजन किया जाएगा।