दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना” को एक घोटाले का नाम दे दिया है और साथ ही साथ मांग भी की है कि योजना को बंद की जाये। उन्होंने ये इलज़ाम लगाया है कि ये योजना सिर्फ बीमा कंपनियों को फायदा पहुँचाने के लिए शुरू की गयी थी नाकी किसानो को।
पानीपत ज़िले के इसराना गांव में उन्होंने बताया कि “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना” एक घोटाला है। यह किसानो को धोका दे रही है। किसानो की मर्जी के बिना, उनके खाते से प्रीमियम कट रहा है। और जब फसल खराब होने पर उन्हें भुगतान करने की बारी आती है तो, उस योजना की शर्ते इतनी ज्यादा है कि किसान प्रीमियम ही भरता रहता है मगर उसे नुकसान की भरपाई नहीं मिलती।
उन्होंने आगे बताया कि जब तक नुकसान 70% के ऊपर नहीं होता तबतक किसानो को भुगतान नहीं मिलता।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस योजना को बीजेपी किसान डाका योजना बताया। अपने इसराना दौरे पर वे एक मरे हुए किसान के परिवार से मिले औऱ कहा कि फसल खराब होने पर वह नुकसान की भरपाई नहीं कर पाया जिसकी वजह से वह मर गया। अरविन्द ने परिवार को मदद का वादा किया है और कहा है कि वे अपनी एक महीने की कमाई जो 80,000 हजार है, परिवार को दे देगा और साथ ही लॉमेकर्स को भी ऐसा करने के लिए कहेगा।
केजरीवाल ने कहा कि ‘किसान मुआवजा योजना’ किसानो को लाभ पहुचाने के लिए दिल्ली सरकार को शुरू करनी चाहिए। इससे जितना भी भुगतान होगा वे किसानो तक सीधा पहुँच जाएगा। उन्हें बीमा कंपनियों तक भागने की जरुरत नहीं हैं।