विदेशी टेस्ट श्रृंखला जीतने में भारत की असफलता के पीछे मुख्य कारणों में से एक इस वर्ष में सलामी बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन रहा है। मौजूदा जोड़ी, मुरली विजय और केएल राहुल ने टेस्ट इतिहास में सबसे खराब ओपनिंग रिकॉर्ड बनाया है। दोनों ने 26 पारियों में 20.88 की औसत से रन बनाए।
अभी तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दो टेस्ट मैचो में दोनो ने कुल मिलाकर 97 रन बनाए है। राहुल ने चार इनिंगो में 2, 44, 2, 0 और विजय ने 11, 18, 0 और 20 रन बनाए है।
इस साल भारतीय टीम के लिए पांच खिलाड़ियो ने अबतक टेस्ट मैच में ओपनिंग की है। जिसमें तीन नियमित सलामी बल्लेबाजो की औसत 30 से कम रही है। पृथ्वी शाह के पास इस साल दूसरे सालामी बल्लेबाजो से ज्यादा अर्धशतक है। जबकि उन्होने केवल इस साल वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेले थे।
भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने किसी भी कैलेंडर वर्ष में अपना सबसे खराब औसत दर्ज किया है जिसमें उन्होंने 10 या अधिक मैच खेले हैं।
इसके अलावा भारत के ओपनर बल्लेबाजो इस साल सात बार शून्य में आउट हुए है। यह भारतीय ओपनरो द्वारा दूसरा बेहतर रिकॉर्ड है। 7बार शून्य में आउट होने वाले बल्लेबाजो में चार बार राहुल और तीन बार मुरली विजय का नाम शामिल है।
2018 में अबतक 24 पारियो में, भारत के ओपनर बल्लेबाज सिर्फ सात बार 50 रनो की साझेदारी कर पाए है। इसके अलावा बची 16 इनिंगो में वह 20 और 14 रनो की ही साझेदारी कर सके है।
भारतीय टीम के इन दोनो सालामी बल्लेबाजो को बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के लिए टीम में जगह नही दी गई है। इनके बदले भारतीय टीम ने मेलबर्न टेस्ट मैच के लिए युवा बल्लेबाज मंयक अग्रवाल को टीम में चुना है। वह मेलबर्न टेस्ट मैच में ओपनिंग करते हुए नजर आ सकते है, उनके साथ हनुमा विहारी को अगले टेस्ट मैच में ओपनिंग में उतारा जा सकता है। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच मेलबर्न में 26 दिसम्बर बुधवार से खेला जाएगा।