सरकार का 2016 में 1000 व 500 रुपये के नोटों की नोटबंदी के कदम का मकसद कालेधन को बाहर निकालना, नकली नोटों को खत्म करना, आतंकवाद व वामपंथी चरमपंथ के वित्तपोषण से निपटना, अनौपचारिक अर्थव्यवस्था को औपचारिक अर्थव्यवस्था में बदलकर कर आधार बढ़ाना, रोजगार सृजन और देश को कम नकदी की अर्थव्यवस्था बनाना था। लोकसभा में सांसद दीपक बैज और के. सुब्बारायण के सवालों के जवाब में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को यह जानकारी दी।
ठाकुर ने कहा कि मूडीज ने 2016 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग को डाउनग्रेड नहीं किया है।