हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा 19 उत्पादों पर बढ़ाए गए सीमा शुल्क में विमान ईंधन भी शामिल था, जिसके बाद ऐसा अनुमान था कि अब विमान कंपनियां ईंधन के मूल्य में हुई वृद्धि के कारण यात्री किराए में भी वृद्धि कर सकती हैं। ऐसे में अब केंद्र सरकार ने एयरलाइन कंपनियों को थोड़ी राहत दी है।
केंद्र ने विमान ईंधन (एटीएफ़) में उत्पाद शुल्क को 14 प्रतिशत से घटाकर 11 प्रतिशत कर दिया है। सरकार द्वारा कुछ दिन पहले की गयी सीमा शुल्क में वृद्धि के चलते एयरलाइन कंपनियों को महँगा विमान ईंधन उपलब्ध हो रहा था, लेकिन केंद्र के इस फैसले के बाद एयरलाइन को जरूर थोड़ी राहत मिलेगी।
इसी के साथ एक ओर जहाँ केंद्र ने उत्पाद शुल्क को घटा दिया है, वहीं दूसरी ओर सरकार ने विमान ईंधन पर लगने वाली सीमा शुल्क को 5 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, ऐसे में एयरलाइन कंपनियों को बहुत अधिक फायदा होने के आसार नहीं है।
विशेषज्ञों के अनुसार सरकार के इस फैसले के साथ ही आज एयरलाइन कंपनियों के शेयरों में आज 14% तक की तेज़ी देखने को मिल सकती है।
इस महीने में ये दूसरा मौका है जब केंद्र ने किसी ईंधन के उत्पाद शुल्क में कटौती की है। इसके पहले केंद्र ने पेट्रोल-डीज़ल के दामों में 1.5 रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क में कटौती की थी। इसी के साथ केंद्र ने तेल कंपनियों को भी 1 रुपये प्रति लीटर की कमी करने को कहा था।
वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडी ने केंद्र सरकार को सतर्क करते हुए कहा है कि सरकार द्वारा अब और अधिक छूट के साथ ही देश घाटे की ओर अग्रसर हो सकता है।