जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने सोमवार को एक बार फिर दोहराया कि पीएजीडी के लिए पीपुल्स एलायंस बरकरार है और 5 अगस्त 2019 का निर्णय स्वीकार्य नहीं है क्योंकि इसने भारत संघ के साथ जम्मू-कश्मीर का प्रवेश समाप्त कर दिया है।
उन्होंने 2019 में 5 और 6 अगस्त को संसद में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को लेकर भाजपा को दोषी ठहराया है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि केंद्र सरकार जो अब सीधे जम्मू-कश्मीर पर शासन कर रही है जल्द ही चुनाव कराने के मूड में बिल्कुल नहीं है, जैसा कि यह अपना प्रत्यक्ष नियम जारी रखना चाहते हैं।
युवाओं से बंदूक छोड़ने और बातचीत शुरू करने का आग्रह किया
हाल ही में श्रीनगर में हुए एक सम्मेलन में जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं से हथियार छोड़ने और जम्मू-कश्मीर के विकास में मदद करने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सवाल पूछते हुए उन्होंने असम में बोडो शांति वार्ता को रेखांकित करते हुए कश्मीर में समान शांति सौदा की शुरुआत अभी तक ना करने का कारण भी पूछा।
“यह मेरी गुजारिश है जम्मू-कश्मीर के नौजवानों से की बंदूक मत उठाओ बंदूक की जबान कोई नहीं समझेगा, दुनिया बंदूक के खिलाफ है अगर आप अमन से अपनी बात कहेंगे तो सारी दुनिया सुनेगी, अगर बंदूक से कहोगे तो मारे जाओगे और कुछ नहीं । बंदूक का रास्ता खत्म कर दो। ” – महबूबा मुफ़्ती
विशेष दर्जे की लड़ाई जारी रहेगी- महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ़्ती की पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की संघर्ष की लड़ाई जारी रखेंगे और कहा कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर सहित सभी बकाया मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस पाने के संघर्ष में लगे रहेंगे और इसे रद्द करने की भाजपा सरकार के फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को विशेष दर्जा भारत के संविधान द्वारा दिया गया था ना कि आपकी सरकार, चीन या पाकिस्तान के द्वारा।
“अगर भारत को जम्मू-कश्मीर के लोग चाहिए तो उन्हें 370 वापस लेनी होगी” – महबूबा मुफ़्ती, पूर्व मुख्यमंत्री, जम्मू-कश्मीर