विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को एक परियोजना का अनावरण किया जो विभिन्न सरकारी एजेंसियों से पोस्ट-डॉक्टरेट फ़ेलोशिप और डॉक्टरेट फ़ेलोशिप (fellowship) चाहने वाले छात्रों के लिए आवेदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा।
सिंह ने हाल ही में स्थापित साझा फ़ेलोशिप पोर्टल के महत्व को रेखांकित किया, जो उद्यमियों और छात्रों के लिए एक उत्पादक और समय बचाने वाले संसाधन के रूप में https://fellowships.gov.in/ पर पाया जा सकता है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य उम्मीदवारों के समय और प्रयास को बचाते हुए आवेदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है।
आवेदकों को अब पोर्टल पर अपना प्रोफाइल बनाने का अधिकार है, जिसका उपयोग पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करते हुए कई फेलोशिप आवेदनों को स्वत: भरने के लिए किया जा सकता है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सिंह ने कहा, “यह पोर्टल एक माउस के क्लिक पर एक ही स्थान पर पूरी जानकारी प्राप्त करके और आवेदन जमा करके सभी आवेदकों को अपना समय और ऊर्जा कम करके मदद करेगा।”
पोर्टल पर एक ‘पात्रता कैलकुलेटर’ (eligibilty calculator) आवेदकों को प्रासंगिक जानकारी दर्ज करके विभिन्न फेलोशिप कार्यक्रमों के लिए उनकी पात्रता निर्धारित करने की सुविधा देता है।
सिंह ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के भीतर स्थित विभागों, जैसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और जैव प्रौद्योगिकी विभाग की भागीदारी का हवाला देते हुए प्रयास की सहकारी प्रकृति को रेखांकित किया।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद सहित अतिरिक्त विभागों से आवेदन पत्रों को पोर्टल पर शामिल करने की भी योजनाएँ हैं।