केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को नागपुर, महाराष्ट्र में दुनिया के सबसे बड़े और अनोखे ‘दिव्यांग पार्क-अनुभूति इंक्लूसिव पार्क’ की आधारशिला रखी।
केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी के प्रयासों से नागपुर में साकार हो रहा विश्व का सबसे बड़ा और अनोखा दिव्यांग पार्क – अनुभूति इंक्लूसिव पार्क!#Anubhuti_Inclusive_Park #Divyang_Park pic.twitter.com/SkGzz50xpi
— Office Of Nitin Gadkari (@OfficeOfNG) February 20, 2023
इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि समावेशी समाज के निर्माण के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को ध्यान में रखते हुए इस पार्क को विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सहानुभूति के बजाय यह पार्क हमदर्दी दिखाएगा, इसलिए इस पार्क का नाम अनुभूति दिव्यांग पार्क रखा गया है।
गडकरी ने कहा कि इस पार्क के माध्यम से न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में समावेश का संदेश पहुंचेगा। मंत्री ने कहा कि पार्क में सभी 21 प्रकार की विकलांगों के लिए अनुकूलित सुविधाएं होंगी, इसमें स्पर्श और गंध उद्यान, हाइड्रोथेरेपी इकाई, जल चिकित्सा, मानसिक रूप से विकलांग बच्चों के लिए स्वतंत्र कक्ष जैसी सुविधाएं होंगी। उन्होंने ट्वीट कर बताया, “इस में टच एंड स्मेल गार्डन, हाइड्रोथैरेपी यूनिट, वाटर थैरेपी, मानसिक रुप से विकलांग बच्चों के लिए स्वतंत्र कक्ष जैसी सुविधाएं होगी।”
गडकरी ने कहा कि नागपुर शहर देश के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है। 2016 में, केंद्र सरकार ने विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों के लिए विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम को पारित किया। उन्होंने कहा कि यह कानून विकलांगों को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देने के लिए है। इसी के तहत केंद्र सरकार ने पहल करते हुए दक्षिण भारत और मध्य प्रदेश में कुछ दिव्यांग पार्क बनाए हैं, इसी कड़ी में नागपुर के पारदी परिसर में विकलांग बच्चों और आम नागरिकों के लिए यह ‘अनुभूति समावेशी पार्क’ बनाया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि यह दुनिया का पहला समावेशी विकलांग पार्क है, 90 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में बन रहे इस पार्क के लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा लगभग 12 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां विकलांगों के साथ-साथ आम जनता और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विभिन्न परियोजनाओं की परिकल्पना की गई है।