केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जम्मू में ई-बस सेवा, जम्मू कश्मीर संयुक्त परीक्षा-2024 और अनुकंपा नियुक्ति के एक हजार से अधिक नियुक्ति पत्रों का वितरण किया। उन्होंने कहा कि जम्मू में 100 पूर्णतया वातानुकूलित ई-बसों का लोकार्पण किया गया है। इन बसों का ऑपरेशन और रखरखाव 12 साल तक किया जाएगा। इन बसों की लागत 561 करोड़ रुपये है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ई-बस सेवा से जम्मू के लोगों को भरोसेमंद, आरामदायक, किफायती और लंबे समय तक चलने वाली पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा मिलेगी। ये बसें जम्मू से कटरा, कठुआ, उधमपुर और जम्मू के आंतरिक रुट्स पर चलेंगी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर संयुक्त परीक्षा-2024 के 209 सफल अभ्यर्थियों को अपना नियुक्ति पत्र मिला है। इनमें जम्मू कश्मीर एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के 96, अकाउंट गज़ट सर्विस के 63 और पुलिस सर्विस के 50 अफसर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों को मेरिट के आधार पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में अब सिफारशी पर्ची के आधार पर नहीं बल्कि परीक्षा के पर्चे के आधार पर नौकरियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति के तहत 885 लोगों को नियुक्ति पत्र मिले हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में अब भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर में एक नए युग की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि 2019 से अब तक जम्मू और कश्मीर में 34,440 रिक्तियां भरी गई हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में अब शांति और सुरक्षा का माहौल है। उन्होंने कहा कि धारा 370 हटने के बाद आतंकवाद संबंधित कुल घटनाओं में 70%, नागरिकों की मृत्यु में 81% और सुरक्षाबलों की मृत्यु में 48% की कमी आई है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में अब विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। उन्होंने कहा कि यहां स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 173 प्रोजेक्ट्स को पूरा किया गया है और 2019 से 2024 तक बहुत कम समय के अंदर 1,45,000 लोगों को घर दिया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है। उन्होंने कहा कि यहां पहले सिर्फ 60 सेवाएं ऑनलाइन थीं, जो अब बढ़ कर 1102 हो गई हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में अब युवा पत्थर की जगह कंप्यूटर हाथ में लेकर देश और जम्मू कश्मीर के विकास के साथ जुड़ रहे हैं।