पाकिस्तान की सरकार ने कल मानवता के आधार पर कुलभूषण जाधव को उनकी पत्नी से मिलने की अनुमति दी थी। इसके बाद कुलभूषण जाधव के दोस्तों ने भारत और अंतराष्ट्रीय न्यायालय को इसके लिए जिम्मेदार बताया है।
ऐएनआई से बातचीत के दौरान कुलभूषण के दोस्त अरविन्द सिंह ने बताया, ‘यह पाकिस्तान की तरफ से एक सराहनीय कदम है। भारत सरकार ने जिस तरह से पाकिस्तान पर दबाव बनाया था और जिस तरह से अंतराष्ट्रीय न्यायलय ने भारत के पक्ष में फैसला सुनाया था, इसने पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर कर दिया।
उनके एक अन्य दोस्त तुलसी दास पवार ने कहा, ‘यदि भारत सही समय पर कार्यवाई नहीं करता, तो पाकिस्तान उसे मृत्यु दंड दे चुका होता। अंतराष्ट्रीय कोर्ट ने इसमें हमारी मदद की है।’
जाहिर है पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को यह कहकर गिरफ्तार किया था कि वह भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी ‘रॉ’ के लिए काम करते हैं। जबकि भारत का यह कहना है कि वह निर्दोष है।
पिछले कई महीनों से पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव पर केस चलाया जा रहा था। पाकिस्तान की सेना अदालत ने जाधव को दोषी भी पाया था और उन्हें मौत की सजा सुनाई थी।
हालाँकि इस मामले में अंतराष्ट्रीय अदालत ने पाकिस्तान के फैसले का समर्थन नहीं किया था।
भारत ने लम्बे समय से यह कोशिश की थी कि पाकिस्तान जाधव को उनके घरवालों से मिलने दे। अब पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को उनकी पत्नी से मिलने की अनुमति दे दी है।
इस मामले में जाधव के दोस्त पवार का मानना है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान जाधव को निर्दोष घोषित कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘यह भारत की लगातार दुआओं का नतीजा है। हमें लम्बे समय से इस फैसले का इन्तजार था। आज पाकिस्तान ने जाधव को उनकी पत्नी से मिलने की अनुमति दी है, कल को वे उसे निर्दोष भी साबित कर सकते हैं। यह पाकिस्तान की ओर से काफी सराहनीय फैसला है।’