जिस तरह से कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ पकिस्तान में सलूक किया गया उससे एक बार फिर यह मुद्दा समूचे हिंदुस्तान में गरमा गया है। भारत के छोटे बड़े अखबारों से लेकर बड़े बड़े मीडिया चैनलों में अब यह मांग उठने लगी है कि सरकार इस मुद्दे पर पाकिस्तान से सख्ती से पेश आए।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में कुलभूषण की पत्नी और मां के साथ बुरा सलूक किया गया। उनके मंगलसूत्र, बिंदी, और यहां तक कपडों को भी पाकिस्तानी अधिकारियों ने बदलवा दिया। इतना ही नहीं, उनके परिवार को मराठी भाषा में बात करने से रोक दिया गया। यहां तक की परिवार वालों के जूतों को भी शक की दृष्टि से देखते हुए वापस नहीं किया गया। काउंसलर एक्सेस के नाम पर परिवार की मुलाकात भी शीशे के पार जाधव से करवाई गयी।
पाकिस्तान के इस हरकत पर पुरे भारत में रोष का माहौल है। लोग सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे है। माना जा रहा है कि कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर राजनीति संसद में बढ़ सकती है। एक बार फिर संसद हंगामे का शिकार हो सकती है क्यूंकि इस मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संसद के दोनों सदनों के समक्ष अपनी बात रख सकती है।
इस मुद्दे पर कांग्रेस पहले से ही सरकार पर अटेकिंग मोड़ पर नजर आ रही है। विपक्षी पार्टी ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर भारत सरकार कुछ नहीं कर रही है जबकि उसको पाकिस्तान को कठोर भाषा में जवाब देना चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री पर जारी है हंगामा
पूर्व प्रधानमंत्री पर भी हंगामा अभी जारी है। कांग्रेस अभी भी इस मुद्दे पर सरकार को लेकर आक्रमक है। हालंकि दोनों पक्षों की तरफ से इस मुद्दे को हल करने की कोशिश हो रही है।
कांग्रेस फिलहाल इस बात पर राजी हो गयी है कि सरकार की तरफ से कोई बड़ा मंत्री जैसे अरुण जेटली या कोई और पूर्व प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता पर मुहर लगाए। कांग्रेस ने यह भी कहा है कि सदन को तब ही चलने दिया जाएगा जब उस दौरान पीएम मोदी खुद संसद में मौजूद होंगे।