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    भारत पाकिस्तान

    पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कुलभूषण जाधव से उनकी मां व पत्नी के मुलाकात के बाद से दोनों देशों की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।

    जहां पर एक तरफ भारत ने पाकिस्तान के ऊपर जाधव के परिवार के साथ बुरा बर्ताव व परेशान करने का आरोप लगाया है तो वहीं पाकिस्तान इन सभी आरोपों का खंडन करने में लगा हुआ है। अब एक बार फिर इस बाबत पाकिस्तान का बयान आया है।

    पाकिस्तान ने कहा कि कुलभूषण जाधव से उनके परिवार की मुलाकात के दौरान कठोर सुरक्षा प्रक्रियाओं को लागू करना दोनों देशों की रजामंदी से ही था।

    पाक द्वारा कठोर सुरक्षा प्रक्रिया अपनाने का पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने बचाव किया है। इन्होंने दावा किया है कि इस बारे मे भारत के साथ द्विपक्षीय रूप से सहमति मिली थी।

    पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने भारत के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि 25 दिसंबर को जाधव की उनकी मां व पत्नी के साथ मुलाकात करने की अनुमति मानवीय आधार पर दी गई थी।

    विदेश मंत्री ने कहा कि शुरूआत में बैठक का समय 30 मिनट निर्धारित था लेकिन जाधव के परिवार के अनुरोध पर इसे 40 मिनट तक बढ़ाया गया था। विदेश मंत्री ने दावा किया है कि जाधव की मां ने पाकिस्तान के दौरे के बाद उनका आभार व्यक्त किया था।

    ‘सम्मानजनक व्यवहार’

    गौरतलब है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने जाधव की मां व पत्नी के कपड़े बदलवाए थे और उनकी चूडियां व बिंदिया तक उतरवाई थी। ये सब तो उन्हें वापस दे दिए थे। लेकिन जाधव की पत्नी के जूते उन्होंने वहीं रख लिए।

    इस पर पाकिस्तान विदेशी कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा था कि जूतों में कुछ था इसलिए उसकी फोरेंसिक जांच करवाई जाएगी।

    पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि कुलभूषण जाधव एक भारतीय जासूस व नौसेना अधिकारी है। इसलिए ही उससे मुलाकात के दौरान कठोर सुरक्षा जांच प्रक्रिया को अपनाया गया था। इस प्रक्रिया के लिए दोनों देशों के राजनियकों के बीच में सहमति भी जताई गई थी।

    आगे कहा कि जाधव के परिवार के साथ पाकिस्तान ने सम्मानपूर्वक व्यवहार किया है। साथ ही उनके गहनों व कपडों को हटाना भी सुरक्षा कारणों से जरूरी था। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि जाधव से मुलाकात के दौरान खुला व पारदर्शी व विश्वासपूर्ण माहौल बनाया गया था।