पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव से आखिरकार उनकी मां व पत्नी ने मुलाकात कर ली है। वहीं भारतीय राजनियक मुलाकात के दौरान कुछ दूरी पर मौजूद रहे। जाधव की उसके परिवार से मुलाकात करीब 22 महीने बाद हुई है।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय में जाधव के परिवार ने उससे मुलाकात की। जाधव से मुलाकात के दौरान उनकी पत्नी व मां कांच के दीवार के दूसरी तरफ थी। दोनों के बीच हुई बातचीत का वीडियो पाकिस्तान के अधिकारियों ने रिकॉर्ड भी किया है।
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान का असली चेहरा एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने आ गया है। भारत ने मांग की थी कि जाधव से मुलाकात के दौरान भारतीय राजनियक भी मौजूद रहेगा।
पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि कुलभूषण जाधव से मिलने के लिए भारत की राजनियक मुलाकात वाली मांग मान ली गई है। आसिफ ने कहा कि जाधव से मुलाकात के दौरान हमने भारत को राजनियक पहुंच दे दी है। जबकि भारत ने ऐसी राजनियक पहुंच देने से साफ इंकार कर दिया है।
पाक विदेश मंत्री का दावा खारिज
अब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी भारत के इस दावे की पुष्टि कर दी है। सोमवार को पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में स्पष्ट किया कि पाकिस्तान जेल में बंद कुलभूषण जाधव को राजनियक पहुंच नहीं दी गई है।
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने साफ तौर पर कहा है कि जाधव और उनके परिवार के बीच मुलाकात के दौरान भारतीय राजनयिक की मौजूदगी का मतलब यह नहीं है कि भारत को राजनियक पहुंच दे दी गई है।
पाक विदेश कार्यालय में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
पाक विदेश मंत्री का मानना है कि इस्लामाबाद में भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह ही राजनियक के रूप में वहां उपस्थित रहेंगे। जबकि भारत का कहना है कि जेपी सिंह सिर्फ जाधव की पत्नी और मां के साथ इस्लामाबाद जा रहे है और इसे राजयनिक पहुंच नहीं माना जा सकता है।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार पाक विदेश कार्यालय के अंदर व बाहर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। कहा जा रहा है कि जाधव से मुलाकात की अनुमति सिर्फ 15 मिनट की होगी।
साथ ही अगर जाधव की मां व पत्नी चाहे तो वो मीडिया के साथ बात भी कर सकती है। पाकिस्तान ने 20 दिंसबर को जाधव की मां व पत्नी को वीजा जारी किया था।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में भी जाधव को राजनियक पहुंच देने के लिए भारत की याचिका को बार-बार खारिज कर दिया है।