Fri. Nov 15th, 2024
    कुलदीप यादव

    भारत के स्टार स्पिनर कुलदीप यादव का मानना है कि आंद्रे रसेल स्विंग गेंद के खिलाफ संघर्ष करते है और उनका यह भी कहना है कि विश्वकप में वेस्टइंडीज के इस विस्फोटक बल्लेबाज को चकमा देने के लिए उन्होने अपनी आस्तीन ऊपर कर ली है।

    रसेल इस समय तक केकेआर के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन करते आए है और उन्होने अबतक 121 गेंदो में 212.39 की स्ट्राइक रेट के साथ 257 रन बनाए है।

    हालांकि, उनके केकेआर टीम के साथी कुलदीप ने कहा कि उन्हें रसेल के कवच में एक झंकार मिली है जिसे वह 30 मई -14 जुलाई के शोपीस इवेंट के दौरान शोषित करेंगे।

    24 वर्षीय ने पीटीआई को दिए अपने इंटरव्यू में कहा है, ” उनको टर्निंग गेंद में संघर्ष करना पड़ता है। अगर गेंद टर्न हो रही है तो यह उनकी कमजोरी है।”

    ” ऐसा नही है कि उनके खिलाफ विश्वकप में कुछ अलग रणनीति होगी लेकिन मैं जानता हूं उन्हे कैसे रोकना है और यह मेरे दिमाग में साफ है।”

    वह रसले के साथ ड्रेसिंग रुम साझा करते है लेकिन आजतक उन्होने रसेल को नेट्स पर एक बार भी गेंदबाजी नही की है।

    उन्होने कहा, ” वह स्पिनर के खिलाफ जोखिम नही उठाते है। और वह तेज गेंदबाजो के लिए खतरा बने हुए है। और मैंने अबतक उन्हे नेट्स में गेंदबाजी नही की है। आप हमेशा दबाव में रहे सकते है अगर वह आपको लगातार दो छक्के लगा सकते है। लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि आप वापसी कैसे करते है। आपको बल्लेबाज को आउट करने के लिए केवल एक गेंद की जरूरत होती है। आप किसी खिलाड़ी के चरित्र का आकलन कर सकते हैं।”

    कुलदीप ने अब तक छह मैचों में केवल तीन विकेट लिए हैं, लेकिन भारत के कलाई के स्पिनर ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से खुश हैं और वह एक क्रिकेटर के रूप में परिपक्व हुए हैं।

    उन्होने कहा, ” अगर मैं विकेट नही ले रहा हूं इसका मतलब यह नही है कि मैं अच्छी गेंदबाजी नही कर रहा हूं। मैं अब एक परिपक्व क्रिकेटर के रूप में खेल रहा हूं और टीम के बारे में सोचता हूं। मैं विकेट नही ले रहा हूं पर मेरा औसत रिकॉर्ड अच्छा चल रहा है।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *