कर्नाटक में बजट सत्रह चालू होने के साथ ही सरकार की अस्थिरता पर उठे सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कुछ बड़े कदम उठाए हैं।
कुमारस्वामी ने आज बजट पेश करने से पहले ही कॉंग्रेस के विधायक उमेश जाधव को वेयरहाउस कार्पोरेशन के चेयरमैन पद से हटा दिया है।
वहीं दूसरी ओर कुमारस्वामी ने रायचूर से एक अन्य कॉंग्रेस के ही विधायक बसंगौड़ा डुदुल को महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया है।
वेयरहाउस कार्पोरेशन की ज़िम्मेदारी अब विधायक प्रताप गौंडा पाटिल को सौंपी गयी है। इसी के साथ ही हसन से विधायक एमए गोपालस्वमी अब जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार के संसदीय सचिव होंगे।
गौरतलब है कि ज़िम्मेदारी से मुक्त किए गए कॉंग्रेस विधायक उमेश जाधव पर आरोप लगते रहे हैं कि जाधव भाजपा हाईकमान के लगातार संपर्क में रहते हैं।
मालूम हो कि 6 फरवरी को सदन की कार्यवाही के दौरान कॉंग्रेस के 9 विधायक अनुपस्थित मिले थे, जिन्हे चेतावनी जारी करते हुए कॉंग्रेस ने यह स्पष्ट किया था कि वे अगली बार से सदन की कार्यवाही के दौरान अनुपस्थित न हों अन्यथा दल-बदल कानून के तहत उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया जाएगा।
इसके पहले 7 फरवरी को बीजेपी विधायकों द्वारा सदन में हँगामा काटने के चलते सदन की कार्यवाही को 2 बार स्थगित करना पड़ा था। भाजपा विधायकों का आरोप है कि कॉंग्रेस और जनता दल(एस) कि सरकार के पास सदन में स्पष्ट बहुमत नहीं है।
हालांकि कुमारस्वामी के लिए फिलहाल यह राहत की बात है कि 113 विधायकों के साथ बहुमत वाले सदन में उनके पास कुल 118 विधायक मौजूद हैं।
आपको बताते चलें कि कर्नाटक में सदन में 15 फरवरी को बजट पारित होना है, जिसके लिए कॉंग्रेस के सभी 79 विधायकों का उपस्थित होना जरूरी है।