भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रयागराज कुंभ मेला-2019 में छह लाख श्रमिकों के लिए रोजगार और 1.2 लाख करोड़ रुपये के राजस्व बनने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के मुताबिक, “मेला से उत्तर प्रदेश के लिए 1,200 बिलियन का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश जैसे अन्य राज्यों को भी बड़ी संख्या में राष्ट्रीय और विदेशी पर्यटकों के साथ अन्य स्थानों का पता लगाने के लिए बढ़ी हुई राजस्व पीढ़ी से लाभ होगा।”
15 जनवरी और 4 मार्च 2019 के बीच आयोजित होने वाला भव्य समारोह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। लाखों भक्तों को पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए शहर की यात्रा करने की उम्मीद है, जहां पौराणिक सरस्वती, गंगा और यमुना मिलते हैं।
रिपोर्ट ने आगे कहा-“हालांकि कुंभ मेला आध्यात्मिक और धार्मिक प्रकृति का है, लेकिन इससे जुड़ी आर्थिक गतिविधियाँ विभिन्न क्षेत्रों में 6 लाख से अधिक श्रमिकों के लिए रोजगार पैदा करती हैं। आतिथ्य क्षेत्र का लक्ष्य 250,000 लोगों, एयरलाइनों और हवाई अड्डों के लगभग 150,000 और टूर ऑपरेटरों के 45,000 के आसपास रोजगार देना है। इको-टूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म में रोजगार की संख्या 85,000 आंकी जा रही है।”
इसके अलावा, असंगठित क्षेत्र में लगभग 55,000 नई नौकरियां होंगी जिनमें टूर गाइड, टैक्सी ड्राइवर, दुभाषिए, स्वयंसेवक आदि शामिल हैं। इससे सरकारी एजेंसियों और व्यक्तिगत व्यापारियों के लिए आय के स्तर में वृद्धि होगी।