यशोभूमि में 9वें G20 संसदीय अध्यक्ष सम्मेलन (P20) का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने आतंकवाद पर चिंता व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि किसी भी रूप में, कहीं भी और किसी भी कारण से आतंकवाद मानवता के खिलाफ है। उन्होंने 2001 में संसद भवन पर हुए आतंकी हमले को भी याद किया।
विभाजित दुनिया अपने सामने मौजूद चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती। उन्होंने कहा संघर्षों और टकरावों से भरी दुनिया किसी को लाभ नहीं पहुंचा सकती और यह शांति और भाईचारे का समय है। यह सभी के विकास और कल्याण के लिए एक साथ आगे बढ़ने का समय है।
भारत की सदियों पुरानी लोकतांत्रिक विरासत को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि देश दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इसके पास लोकतांत्रिक संस्थानों का समृद्ध इतिहास है। उन्होंने देश के समृद्ध लोकतांत्रिक इतिहास में सभा और समिति की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोग इन संस्थानों में सामूहिक निर्णय लेते थे।
उन्होंने कहा कि भारत न केवल दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव कराता है, बल्कि इसमें लोगों की भागीदारी भी लगातार बढ़ रही है। मोदी ने कहा कि इसके आम चुनावों को सबसे बड़ा उत्सव माना जाता है और स्वतंत्रता के बाद से भारत ने 17 आम चुनाव और 300 से अधिक राज्य विधानसभा चुनाव देखे हैं।
पीएम ने कहा कि 2019 के आम चुनाव मानव इतिहास का सबसे बड़ा मतदान अभ्यास था जिसमें 600 मिलियन से अधिक मतदाताओं ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि देश ने प्रौद्योगिकी का उपयोग करके चुनाव प्रक्रिया को आधुनिक बनाया है।
पीएम ने देश में महिला प्रतिनिधित्व बढ़ाने के बारे में भी बात की और कहा कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का सरकार का हालिया निर्णय देश में संसद की परंपरा को और समृद्ध करेगा।
यह दो दिवसीय कार्यक्रम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ की थीम पर आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के दौरान पैन-अफ्रीकी संसद के साथ-साथ विभिन्न देशों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संसद सदस्य भाग ले रहे हैं।
एजेंडा 2030 के लिए स्थायी विकास लक्ष्यों पर पहला सत्र-उपलब्धियों का प्रदर्शन, प्रगति में तेजी लाना आयोजित किया गया। स्पेन, सऊदी अरब, ओमान, यूरोपीय संसद, इटली, दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों के वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए।