मोदी सरकार द्वारा संसद में हाल ही में पेश किए गए बजट में किसानों के लिए 6 हज़ार रुपये वार्षिक मदद की योजना की घोषणा की गयी है।
सरकार ये इस योजना का नाम ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ रखा है। इस योजना का लाभ उन किसानों को मिलेगा जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम खेती योग्य जमीन है।
सरकार की इस योजना को लेकर विपक्ष ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है। इस संबंध में राहुल गाँधी ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि ‘सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही 17 रुपये रोज़ाना की मदद उनका अपमान है।’
इसे लेकर राहुल गाँधी ने ट्वीट किया है-
Dear NoMo,
5 years of your incompetence and arrogance has destroyed the lives of our farmers.
Giving them Rs. 17 a day is an insult to everything they stand and work for. #AakhriJumlaBudget
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2019
हालाँकि जमीनी स्तर पर किसान सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए दिख रहे हैं। किसानों का मानना है कि सरकार द्वारा जारी इस योजना से किसानों को प्रोत्साहन मिलेगा, लेकिन सरकार को अभी खेती संबंधी यंत्र व खाद आदि में भी अधिक सब्सिडी उपलब्ध करवानी चाहिए।
कुछ किसान नेताओं ने सरकार ने इस कदम को चुनावी स्टंट बताते हुए कहा है कि ‘किसानों ने कभी भी सरकार से इस तरह की आर्थिक मदद की गुहार नहीं लगाई है, किसानों को उनकी फसल के एवज़ में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) मिल जाये, वो ही बहुत है।
कुछ किसानों के अनुसार इनके पास 3 एकड़ खेती योग्य जमीन है ऐसे में उनके लिए 6 हज़ार रुपये की वार्षिक मदद किसी भी तरह से लाभकारी नहीं है। सरकार को इसे लेकर गंभीरता से नीति बनानी चाहिए थी।