चुनावी समय के साथ ही राहुल गाँधी ने अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए कमर कस ली है। हालिया बयान के अनुसार राहुल गाँधी ने आने वाले समय में कॉंग्रेस की ओर से मोदी सरकार पर एक के बाद एक कई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने की बात कही है।
कॉंग्रेस द्वारा ये तथाकथित ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ सरकार द्वारा पेश बजट में किसान परिवारों को 6 हज़ार रुपये वार्षिक देने के विरोध में करने की बात कही है। कॉंग्रेस के अनुसार सरकार अब किसानों का अपमान कर रही है।
देश में चुनावी माहौल अब तैयार होने लगा है ऐसे में कॉंग्रेस सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोडना चाहती है।
हास्यास्पद है कि ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ शब्द को अब राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर हमला करने व ताना मरने के लिए भी इस्तेमाल कर रहीं हैं। शुक्रवार को संसद में पेश हुए बजट के साथ ही सरकार ने इस बजट को विपक्ष के ऊपर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ बताया था।
कॉंग्रेस ने इसके जवाब में कहा है कि वो अभी संसद में पेश हुए बजट की समीक्षा कर रही है, लेकिन जल्द ही वो तथ्यों के साथ मीडिया के सामने आएगी।
वहीं दूसरी ओर राहुल गाँधी अब सरकार के ऊपर ‘बेरोजगारी’ और ‘किसानों की समस्याओं’ को मुद्दा बनाते हुए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ करने की बात कह रहे हैं।
इसी के साथ ही कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सरकार पर तंज़ कसते हुए ये भी कहा है कि सरकार ने भले ही पाकिस्तान पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की हो लेकिन इससे पाकिस्तान की आतंकवाद संबंधी गतिविधियों पर किसी भी तरह की रोक नहीं लगाई जा सकी है।
कॉंग्रेस अब ईवीएम पर भी सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुकी है। खबरों की मानें तो कॉंग्रेस ईवीएम मुद्दे को लेकर सोमवार को चुनाव आयोग से मिल सकती है। कॉंग्रेस की मानें तो इस बार कॉंग्रेस तथ्यों के आधार पर ही चुनाव आयोग में अपनी बात रखेगी।