प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एजेंडे में शामिल 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य पूरा करने में अब दुनिया की दिग्गज रिटेल कंपनी वालमार्ट करीब 180 करोड़ का निवेश करेगी।
वालमार्ट के इस निवेश से छोटे व मध्यम स्तर के किसानों को अगले पाँच सालों के लिए मदद मिलेगी। वालमार्ट इस समय किसानों से सीधे समान खरीदने पर विचार कर रहा है। इसी के साथ वालमार्ट इंडिया ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि “वालमार्ट फ़ाउंडेशन देश में करीब 180 करोड़ का निवेश करेगा, जिससे अगले 5 सालों तक किसानों की जीविका को और बेहतर बनाया जा सकेगा।”
अमेरिका के रिटेल कारोबार की दिग्गज कंपनी वालमार्ट ने इस साल की शुरुआत में ही भारत आधारित ई -कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के साथ करार करके उसे 16 बिलियन डॉलर में खरीद लिया था।
वालमार्ट का मानना है कि इसी के साथ वो किसानों के सीधे समान ले पाएगी। भारत में करीब 50% से भी ज्यादा श्रम किसानी से संबन्धित है।
वालमार्ट ने कहा है की इस फ़ंड का उपयोग किसानों की जीविका को और बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा। इससे किसानों द्वारा किए जा रहे उत्पादन में भी सकारात्मक फर्क पड़ेगा। इस काम के लिए वालमार्ट गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) का सहारा लेगा।
इसके पहले भी वर्ष 2017 में वालमार्ट भारत में किसानों के लिए करीब 20 लाख अमेरिकी डॉलर का निवेश कर चुका है।
सरकार ने भी अपने बजट में इस बार कृषि के लिए मिलने वाली राशि को दोगुना करके करीब 2.12 लाख करोड़ कर दिया है।
हाल ही में भारतीय व्यापारी संघ ने वालमार्ट व फ्लिपकार्ट के बीच हुए सौदे के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया है। संघ का कहना है कि इस डील को नियमों को ताक में रख कर पूरा किया गया है तथा इससे किसानों बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
व्यापारी संघ की तरफ से अभी वालमार्ट के निवेश के संबंध में कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है।