किसान आंदोलन में एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। किसान आंदोलन में एक युवक की गिरफ्तारी हुई थी। उस पर इल्जाम था कि उसे किसान नेताओं की हत्या के लिए भेजा गया है। युवक को हरियाणा के कुंडली बॉर्डर से पकड़ा गया था। शुक्रवार रात को किसान आंदोलन में किसानों ने युवक को पकड़कर पत्रकारों को बुलाकर कॉन्फ्रेंस कराई। इस दौरान कॉन्फ्रेंस में गिरफ्तार युवक ने एक थाने के एसएचओ व अपने अन्य साथियों का नाम लेकर कहा कि वे किसानों की हत्या की साजिश रच रहे थे।
लेकिन जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि जिस थाना प्रभारी का नाम उस युवक ने बताया था उस नाम का कोई थाना प्रभारी संबंधित थाना क्षेत्र में है ही नहीं। इसके अलावा युवक को सीआईए के हवाले कर दिया गया है। आरोपी युवक का एक वीडियो वायरल है जिसमें वह कह रहा है कि उसने यह बयान किसानों के दबाव में आकर दिया है। युवक का कहना है कि उसे मारपीट कर प्रेस व पत्रकारों के सामने झूठ बोलने को कहा गया।
युवक का कहना है कि वह अपने रिश्तेदार के घर आया था जिसके बाद रास्ते किसानों ने उसे पकड़ कर उसके साथ मारपीट की और उसे विवश किया कि वह पत्रकारों के सामने झूठ बोले। हरियाणा सरकार इस मामले की जांच कर रही है और सरकार का आश्वासन है कि गणतंत्र दिवस पर सभी सुरक्षा व्यवस्थाओं का को सुनिश्चित किया जा चुका है और सरकार किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं होने देगी। आशंका जताई जा रही है कि इस घटना के पीछे किसी तरह की हिंसा भड़काने की साजिश हो सकती है। किसानों ने दावा किया था कि 26 जनवरी की शांतिपूर्ण रैली में की हिंसा भड़काने की कोशिश के तहत इस व्यक्ति का प्रयोग किया गया है। किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस 26 जनवरी गोलीबारी करके किसानों की रैली में बाधा उत्पन्न करती, जिसके बाद आंदोलन में हिंसा भड़क सकती थी। फिलहाल पुलिस ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान आधिकारिक रूप से जारी नहीं किया है।