किशोर दा के गाने आज भी हर लब गुनगुनाते है, जाते जाते कुछ ऐसी छाप छोड़ गए है ये बॉलीवुड के गायक। हालही में, मध्यप्रदेश के खंडवा में किशोर दा का 100 साल पुराना मकान को, गिराने का ऊपर से हुकुम आया है। ये वही मकान है जहा किशोर दा ने अपनी सुनहरी यादों को संजोया था।
किशोर दा अपनी फिल्मी करियर के लिए मुंबई ज़रूर चले गए थे पर उनका दिल इसी मकान में बस्ता था। वो अक्सर, मुंबई से खंडवा आने की बात करते थे, परन्तु भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। उनकी अचानक मृतु सपनों के शहर मुंबई में ही हो गयी । फिर उनके पार्थिव शरीर को उनके आखरी इच्छा को पूर्णतह करते हुई खांडवा लाया गया। खांडवा में उनके शरीर को उसी कमरे में रखा गया यहाँ उन्होंने अपनी पहली चिलकारी ली थी ।
खंडवा भी किशोर दा के इस पुश्तैनी मकान से ही मशहूर है। 100 साल पुराने इस मकान का पीछे का हिस्सा काफी जजर्र हो रखा है और कभी भी धरतीमाँ में समां सकता है। यही वजह है की इस मकान को गिराने का नोटिस जारी कर दिया गया है। किशोर दा की उनके प्रिये शहर में आखरी निशानी भी अब नहीं रहेगी।
‘किशोर दा’ जैसा बस एक हज़ारो में कोई होता है, तभी तो हम आज भी वो हमारी यादों में मेहफ़ूज़ है। क्या उनकी इस विरासत को बचने वाला कोई शख्स है भी क्या नहीं?