बिश्केक (Bishkek) में शांघाई सहयोग संगठन में शामिल होने वाले नेताओं के लिए किर्ग़िज़स्तान (Kyrgyzstan) के राष्ट्रपति सूरांबाय जीनबेकोव ने शानदार रात्रिभोज का आयोजन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विशेष शाकाहारी भोजन बनवाया गया था। इस भोजन में वेजिटेबल सलाद, बगैर मीट का पुलाव और डिजर्ट में विशेष पाई बनवायी गयी थी।
शानदार भोजन
इसके आलावा अन्य देशों के नेताओं के लिए पारम्परिक किर्गीज़ तरीके से सूप सौरपा तैयार किया गया था और किर्गीज़ स्टाइल पुलाव मीट के साथ परोसा गया था। वैश्विक नेताओं के भोजन की समाप्ति के बाद उन्हें सेब के जूस का डेजर्ट परोसा गया था।
वैश्विक नेताओं ने 45 मिनट तक एक फोर कोर्स मील का लुत्फ़ उठाया था। शुरुआत में, सिक्स कोर्स मील की योजना बनायीं गयी थी, लेकिन समय के बंदिश के कारण इसे कम कर दिया गया था। मील कोर्स को 10 मिनट के अंतर से परोसा जा रहा था।
रात्रिभोज में पाकिस्तानी पीएम इमरान खान भी मौजूद थे लेकिन इस दौरान भारतीय प्रधानमंत्री के साथ कोई बातचीत नहीं हुई थी। बीते वर्ष पीएम पद पर बैठने के बाद पहली बार इमरान खान एससीओ के शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे थे। जबकि दूसरी दफा प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की बहुपक्षीय मंच पर यह पहली शिरकत है।
भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि नरेंद्र मोदी और इमरान खान के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर वार्ता की इच्छा प्रकट की थी जिसे भारत ने ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा कि “वह भारत के साथ सभी मसलो को सुलझाना चाहते हैं।”
इमरान खान ने कहा कि “एससीओ शिखर सम्मेलन उन्हें भारतीय नेतृत्व के साथ बातचीत का एक अवसर प्रदान करेगा ताकि दोनों पड़ोसी मुल्कों के सम्बन्ध सुधर सके।”
खान ने कहा कि “एससीओ सम्मेलन पाकिस्तान को अन्य देशों के साथ संबंध को विकसित करने का एक बेहतरीन मौका देगा जिसमे भारत भी शामिल है। मौजूदा वक्त में भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय सम्बन्ध सबसे निचले स्तर पर है।”