देश की दूसरी सबसे बड़ी कृषि यंत्र उत्पादक कंपनी ट्रैक्टर एंड फार्म इक्विपमेंट (TAFE) ने एक ऐप लॉंच की है, जिसका नाम JFarm Service ऐप है।
इस ऐप के जरिये किसान अब कृषि संबन्धित उपकरण दूसरे किसानों से किराये पर ले सकेंगे तथा अपने उपकरणों को वे दूसरे किसानों को किराये पर दे भी सकेंगे।
माना जा रहा है कि ये ऐप उन किसानों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी जो किसान खेती संबन्धित तमाम उपकरण खरीद नहीं सकते।
TAFE के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मल्लिका श्रीनिवासन ने ये कहा है कि “इस पेशकश के साथ ही हमारा लक्ष्य उन हजारों किसानों तक पहुँचना है जिन्हे किसानी संबंधी उपकरण मुहैया नहीं है या जो ये उपकरण खरीद नहीं सकते, इसी के साथ ही हमारा उद्देश्य 2022 तक किसानों की दोगुनी करने को लेकर प्रधानमंत्री के संकल्प में योगदान देना है।”
TAFE के मुताबिक मध्य प्रदेश में करीब 16000 किसानों ने इस ऐप के जरिये अपने ट्रैक्टर को 600 रुपये प्रति घंटे की दर से किराये पर उठाया है, जिसके जरिये उन्हे पूरे सीज़न में करीब 2.65 लाख घंटे के किराय के रूप में करीब 15 करोड़ की कमाई हुई।
बताते चलें कि इस ऐप के जरिये न सिर्फ किसान किराए पर खेती के उपकरण ले सकेंगे बल्कि अपने उपकरणों को किराये पर दे भी सकेंगे। ऐप के इंटरफ़ेस को कुछ इस तरह से रखा गया है जिससे किसान उसे आसानी से समझ सके।
कंपनी अभी 7 राज्यों में इसे चला रही है लेकिन आने वाले समय में इसे पूरे भारत में लागू करने की योजना है।
कंपनी का मानना है कि भारत के 45 लाख किसानों के पास ट्रैक्टर है और अगर उनमे से 10% किसानों ने भी इसे अपना लिया तो कंपनी का राजस्व 421 करोड़ तक पहुँच सकता है।
इस ऐप को अभी गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व राजस्थान समेत कुछ एक शहरों में ही शुरू किया गया है।