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    व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन

    उत्तर कोरिया में नियुक्त अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि स्टेफेन बेगुन इस हफ्ते कोरियाई पेनिनसुला में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के बाबत चर्चा के लिए रूस की यात्रा पर जायेंगे। अमेरिकी राज्य विभाग ने बयान जारी कर कहा कि “बेगुन 17-18 अप्रैल को मास्को की यात्रा करेंगे और रुसी अधिकारीयों से उत्तर कोरिया के अंतिम और पूर्ण निरीक्षित परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रयासों के बाबत बातचीत करेंगे।”

    योनहाप न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुतबिक, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच पहला शिखर सम्मेलन बुधवार को व्लादिवोस्टोक में आयोजित होगा। मंगलवार को रुसी विदेश विभाग ने कहा कि “किम और पुतिन की आगामी बैठक के लिए काफी लम्बे समय से तैयारियां कर रहे हैं।”

    इसके साथ अफवाहे उड़ने लगी कि वांशिगटन के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले राहत मिलने पर बात नहीं बनने के बाद उत्तर कोरिया अब रूस के समर्थन को बरक़रार रखना चाहता है। सोमवार को दक्षिण कोरिया के उप विदेश मंत्री को ह्युं ने अपने रुसी समकक्षी से मुलाकात की थी और पूर्ण निरस्त्रीकरण के लिए सीओल के करीबी सहयोग की जरुरत की मांग की थी।

    उत्तर कोरिया के नेता के चीफ ऑफ़ स्टाफ किम चंग सोन ने लगातार मास्को की यात्रा की है। रूस के इंटीरियर मिनिस्टर व्लादिमीर कोलोकोल्त्सेव ने इस माह की शुरुआत में पियोंगयांग की यात्रा की थी। व्लादिवोस्टोक के सूत्रों के मुताबिक, उत्तर कोरिया से एयर कोर्यो विमान अगले सप्ताह 11 बजे व्लादिवोस्टोक पंहुचेगा

    अमेरिका और पियोंगयांग के बीच परमाणु वार्ता को बहाल करने के लिए सीओल कर रहा है। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच फरवरी में आयोजित दूसरा सम्मेलन बगैर किसी समझौते के खत्म हो गया था। दोनों ही देश परमाणु निरस्त्रीकरण और प्रतिबंधों से राहत दिलाने के किसी परिणाम में पंहुचने पर असफल रहे हैं।

    बीते हफ्ते वांशिगटन में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के साथ मुलाकात में डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “वह तीसरे शिखर सम्मेलन के लिए तैयार है। उनकी और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के निजी सम्बन्ध हमेशा अच्छे रहेंगे।” इसकी प्रतिक्रिया में किम ने ट्रम्प के साथ एक और दफा मिलने की इच्छा जताई है।

    खबरों के मुताबिक तीसरे सम्मेलन में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भी शामिल हो सकते हैं। प्रतिबंधों से राहत दिलाने में मून जे इन दक्षिण कोरिया के हिमायती रहे हैं।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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