उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पत्र लिखा था और द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने का संकल्प लिया था। दोनों नेताओं के बीच इस माह के अंत में बैठक का आयोजन होना है। कोरियाई सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने पत्र के हवाले से लिखा कि “संबंधों को मज़बूत और विकसित करने के लिए यह दोनों देशों की जनता के हितो के अनुकूल है।”
उन्होंने कहा कि “मैं कोरियाई पेनिनसुला और विश्व में शान्ति और सुरक्षा के लिए आपके साथ नजदीकी से सहयोग करने के इच्छुक हूँ। साथ ही मैं नए युग की मांग के साथ मैत्री रिश्तो के रचनात्मक विकास को कायम रखने के तैयार हूँ। आपके जिम्मेदार कारोबार में महान उपलब्धि हासिल करने के लिए मैं इस अवसर को लेना चाहता हूँ ताकि एक मज़बूत रूस बने और रूस के मैत्री देशों के समृद्धता और कल्याण होता रहे।”
रूस ने गुरूवार को बयान जारी कर कहा था कि “अप्रैल के मध्य माह तक उत्तर कोरिया ने नेता मॉस्को की यात्रा पर आएंगे और उन्हें यह आमंत्रण रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भेजा है।” हालाँकि इसके बाबत अधिक सूचना सार्वजानिक नहीं की गयी है।
फरवरी में डोनाल्ड ट्रम्प के साथ दूसरे शिखर सम्मेलन के बगैर किसी समझौते के खत्म होने जाने के बाद यह किम-पुतिन की पहली मुलाकात है। इस दौरान दोनों पक्ष परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रक्रिया और प्रतिबंधों से रियाअत के बाबत अंतरों को कम नहीं सके थे।
रूस के राष्ट्रपति दमित्री पेस्कोव ने कहा कि “किम और पुतिन द्विपक्षीय संबंधों के विकास, क्षेत्रीय सहयोग और परमाणु निरस्त्रीकरण के बाबत चर्चा करेंगे। कोरियाई पेनिनसुला में परमाणु निरस्त्रीकरण का प्रचार करने के लिए रूस हर कार्य करने के लिए तैयार है।”
सुरक्षा कारणो की वजह से किम जोंग उन और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात की तिथि और स्थान का ऐलान नहीं किया गया है।