अमेरिका और उत्तर कोरिया के मध्य जमी मतभेदों की बर्फ अब गलने लगी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि मध्यावधि चुनाव के बाद उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ दूसरे शिखर सम्मलेन का आयोजन किया जायेगा।
इससे पूर्व उत्तर कोरिया के दौरे पर गए अमेरिकी राज्यसचिव माइक पोम्पिओ ने कहा था कि किम जोंग के साथ बेहतरीन बातचीत हुई। माइक पोम्पिओ ने डोनाल्ड ट्रम्प की टिपण्णी को दोहराते हुए कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए काफी कार्य करना शेष है। यह लक्ष्य उत्तर कोरिया में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण करना है। उन्होंने बताया कि किम जोंग उन के साथ हुई बैठक में दोनों राष्ट्रों के प्रमुखों की वार्ता के लिए तीन से चार स्थानों को चयनित किया गया है।
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के मध्य पहली ऐतिहासिक मुलाकात 12 जून को सिंगापुर की राजधानी सिंगापुर सिटी में हुई थी। सम्मलेन के दौरान किम जोंग उन ने पेनिनसुला में परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्धता दिखाई थी अलबत्ता वांशिगटन की समस्त हथियार और सुविधाओं को नष्ट करने की मांग उत्तर कोरिया के तानाशाह को नहीं भायी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ओवल ऑफिस में बयान दिया कि उत्तर किसी मिसाइल और रॉकेट निर्माण नहीं करेगा और न ही परमाणु परिक्षण करेगा। उन्होंने कहा था कि उनके और किम जोंग उन के मध्य बेहद मधुर सम्बन्ध है और वह इन रिश्तों को बरकरार रखना चाहते हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया कि अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर भारी प्रतिबन्ध नहीं लगाए हैं। उन्होंने कहा अमेरिका को प्रतिबन्ध हटाने में ख़ुशी होगी बशर्ते बदले में वांशिगटन को भी कुछ प्राप्त हो।
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम ने गत मंगलवार को कहा कि उत्तर कोरिया में पांच में से एक बच्चा कुपोषण से ग्रसित है। पियोंगयांग में खाद्य सामग्री के निर्यात पर अनिश्चितता बनी हुई है। उत्तर कोरिया की 10 मिलियन जनता यानी लगभग 40 फीसदी लोग अल्पपोषित हैं।