करीब चार महीने बाद गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिक्कर कार्यालय में पहुँच कर काम संभाला तो भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने गोवा के मंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य के निष्क्रिय मंत्रियों को अपने मुख्यमंत्री से सीखना चाहिए।
कैंसर की बीमारी से जूझ रहे 63 वर्षीय परिक्कर अगस्त के बाद पहली बार सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में पहुंचे।शिव सेना की गोवा इकाई की प्रवक्ता राखी प्रभुदेसाई नाइक ने कहा, “सचिवालय में श्री पर्रिकर के आगमन को राज्य में शासन करने में विफल रहने वाले अक्षम मंत्रियों द्वारा प्रेरणा के रूप में लिया जाना चाहिए।”
नाइक ने मांग की कि सरकार नए साल में खनन पर निर्भर लोगों की दुर्दशा का हल ढूंढे और मछली की गुणवत्ता पर संदेह को एक बार के लिए सुलझाए।
उन्होंने कहा, “शिवसेना को भी उम्मीद है कि मछली में फॉर्मेलिन की मौजूदगी पर संदेह सभी के लिए एक बार साफ हो जाएगा और सरकार यह प्रमाणित करेगी कि गोवा के बाजारों में बेची जा रही मछली फॉर्मेलिन से मुक्त है।”
नाक पर ड्रिप चढ़ाये परिक्कर के सचिवालय पहुंचें की तस्वीरें गोवा सीएमओ के ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किये गए। जहाँ उनका अधिकारियों और कर्मचारियों से जोरदार स्वागत किया।
Chief Minister Shri @manoharparrikar receiving warm welcome at Secretariat from his cabinet colleagues. pic.twitter.com/UpgqvhrprF
— CMO Goa (@goacm) January 1, 2019
दूसरी तस्वीर में मुख्यमंत्री मनोहर परिक्कर अपने सहयोगियों के साथ एक मीटिंग कर रहे हैं।
Chief Minister Shri @manoharparrikar held meeting with his Cabinet colleagues and officials at Secretariat, Porvorim. pic.twitter.com/VHzmyeJWAQ
— CMO Goa (@goacm) January 1, 2019
Chief Minister @manoharparrikar begins his new year with what he does best, WORK! pic.twitter.com/H5qzF6ccfe
— CMO Goa (@goacm) January 1, 2019
इससे पहले बीते साल 17 दिसंबर को परिक्कर एक पुल के निर्माण कार्य का औचक निरिक्षण करने निकल पड़े थे जिसकी तस्वीरें भी खूब वायरल हुई थी। नाम में ड्रिप लगा रखी है और सुरक्षा हेलमेट पहने हुए सरकारी अधिकारियों और इंजीनियरों से बात करते हुए हुए दिखाई दे रहे हैं। वो पणजी के नजदीक मंडोवी नदी पर बन रह पुल का निरिक्षण करने पहुंचे थे।
परिक्कर की तस्वीर सोशल मिडिया पर वायरल हो गई थी उसके बाद लोग दो भागों में बंट गए थे । कुछ जहाँ ये कह रहे कि परिक्कर को ऐसी अस्वस्थता की स्थिति में आराम करना चाहिए वहीँ कुछ लोग उनकी जीवटता की तारीफ़ भी कर रहे थे।