भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी केवल इटली की महिला के हित के बारे में सोचती है, भारत की मुस्लिम महिलाओं की नहीं।
विपक्ष द्वारा राज्यसभा में तीन तालाक विधेयक को लागू करने के प्रयास को विफल करने के एक दिन बाद, उन्होंने कहा, “यह उन लोगों के लिए शर्म की बात है कि वे इसे चयन समिति में ले जाकर इसे स्थगित करना चाहते हैं। क्यों? हमने इस पर काफी बहस की है। पूरा देश इस पर बहस कर रहा है।”
उन्होंने कहा “अब यह एक नंबर का खेल है। देखते हैं। विपक्ष के पास कुछ नहीं है तो वो इस मुद्दे पर शोर मचा रहा है।”
उन्होंने कांग्रेस पार्टी की आलोचना की और कहा, “लेकिन हमें खेद है कि कांग्रेस पार्टी केवल इटली की महिला के हित के बारे में सोचती है न कि भारत में मुस्लिम महिलाओं के हित के लिए।”
लोकसभा में पेश होने के बाद तीन तलाक बिल राज्यसभा में नहीं लाया जा सका। जब विपक्ष ने विधेयक पर हंगामा किया और मांग की कि चयन समिति को भेजा जाए तो 2 जनवरी तक संसद के ऊपरी सदन को स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था, “यह एक ऐसा महत्वपूर्ण बिल है, जो करोड़ों लोगों के जीवन को सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, ऐसे में चयन समिति में जाए बिना इसे पारित नहीं किया जा सकता है।”
इस बीच, लोकसभा ने 27 दिसंबर, 2018 को ट्रिपल तालक विधेयक पारित किया था। सरकार लोकसभा में विपक्ष के 11 के मुकाबले 245 वोट हासिल करने में सफल रही। लेकिन राज्यसभा में एनडीए के पास बहुमत नहीं है और कांग्रेस ने पहले की घोषणा कर दिया है कि मौजूदा स्वरुप में वो बिल को पास होने नहीं देगी।
बिल में तीन तलाक को दंडनीय अपराध बनाने की प्रावधान है जबकि विपक्ष कह रहा है कि सरकार मुस्लिमो को प्रताड़ित करने के लिए ये बिल ले कर आई है।
3 जनवरी को तीन तलाक बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा।